- बाहर के दवा की पर्ची खुद लेकर आते हैं सीएमएस और करते हैं बवाल : डॉ संतोष सिंह
रायबरेली में सूबे के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों का स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तार तार कर रहे है। सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति बेसर साबित हो रही है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा में डूबे जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी अट्टहास कर रहे हैं। यहां बीते कई महीनों से जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व डॉक्टर तथा स्टाफ के बीच अक्सर तनातनी का माहौल बना रहता है। जिसके लगातार वीडियो, फोटो, ऑडियो वायरल हो रहे हैं। लेकिन भ्रष्ट अधिकारी पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हो रही है।
मामला शहर के राणा बेनी माधव बक्स सिंह जिला चिकित्सालय का है, यहां एक ऐसा मामला गुरुवार की रातः को सामने आया है। जिसने पूरे स्वास्थ्य विभाग को कलंकित कर दिया है और स्वास्थ्य शिक्षा को तार-तार कर रख दिया है। जिला अस्पताल में तैनात सीएमएस ने कमीसन ना देने पर इमरजेंसी में तैनात डाक्टर व अन्य स्टाफ से भद्दी भद्दी गाली गलौज की। जिसका वीडियो कमरे में कैद हो गया,यह कोई पहली बार घटना नहीं हुई है। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है। जब सीएमएस अपना आपा खो देते हैं और डॉक्टर व स्टाफ पर ही अपना गुस्सा निकाल देते हैं। लेकिन इस बार तो हद से ज्यादा हो गया। गाली गलौज के मामले ने तूल पकड़ लिया। और अब जिसकी शिकायत थाने तक पहुंच गई।
यहां जिला अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात ईएमओ डॉ संतोष सिंह ने सीएमएस प्रदीप अग्रवाल द्वारा गाली गलौज किए जाने व जान से मारने की धमकी देने के वायरल वीडियो के आधार पर कोतवाली में शुक्रवार को पहुंचकर तहरीर देकर केस दर्ज कर कार्रवाई की है। जानकारी अनुसार बता दे की गुरुवार की रात को करीब 11:00 बजे सीएमएस डॉक्टर प्रदीप अग्रवाल हाथ में एक पर्ची लेकर आये जिसमें किसी इंजेक्शन का नाम लिखा हुआ था जो बाहर से मिलती है। वह पर्ची लेकर गुस्साए और तमतमाए अवस्था में गेट पर पहुंचते ही एमरजेंसी ड्यूटी पर तैनाद डॉक्टर संतोष सिंह फार्मासिस्ट, वार्डबॉय को वहां मौजूद मरीज और तीमारदारों के सामने, भद्दी भद्दी गालियां देने लगे और कहने लगे किसने यह पर्ची लिखी है। जबकि वह पर्ची खुद अपने साथ लेकर आए थे और यहां हंगामा करने लगे मरीज के सामने गालियां देने लगे और जान से मारने की धमकी भी डॉक्टर को दी गई है। जिसका आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी गई। कोतवाली राजेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि मामले की तहरीर प्राप्त हुई है। जांच की जा रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसे आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सीएमएस डॉक्टर प्रदीप अग्रवाल ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि मैं एक ईमानदार अधिकारी हूं, एक दैनिक जागरण के पत्रकार मिश्रा जी द्वारा मुझे यह पर्ची दी गई है कि जिला अस्पताल से किसी ने बाहर की दवा लिखी है। वही मैं वहां पूछने गया हुआ था।गाली देने की बात कोई सामने नहीं आई है।
जबकि वायरल वीडियो में साफ-साफ सुना जा सकता है कि सीएमएस भद्दी भद्दी गालियां दी गई है। अभी तक जिला प्रशासन द्वारा कोई प्रक्रिया नहीं दी गई है। जबकि डीएम को संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन PSO ने उठाया कहा मैडम मीटिंग में है।