रायबरेली : समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद राम जी लाल सुमन के आवास पर हुए हमले के बाद स्वराज इंडिया पार्टी ने इस घटना को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। पार्टी ने राष्ट्रपति के नाम का एक जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कलेक्ट्रेट में डीएम ऑफिश पहुंच कर स्वराज इंडिया के जिलाध्यक्ष राम विलास यादव ने कहा कि सांसद के घर पर दिन-दहाड़े अराजक तत्वों द्वारा हमला करना न केवल भयावह है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सरकार ऐसे अराजक लोगों को चिह्नित कर उनके घरों पर बुलडोजर नहीं चलाती, तो यह साबित हो जाएगा कि यह सत्ता संरक्षित अराजकता थी।
पार्टी की प्रांतीय नेता अर्चना श्रीवास्तव ने इस घटना को प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था का ताजा उदाहरण करार देते हुए कहा कि एक दलित सांसद के घर पर हमला और तोड़फोड़ समाज में बढ़ते जातिवाद को उजागर करता है। उन्होंने कहा, “संविधान के आर्टिकल 19(1) के तहत सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है। यदि किसी को सांसद की टिप्पणी से आपत्ति थी, तो वह न्यायालय का रुख कर सकता था। लेकिन इस तरह अराजकता फैलाकर भय का माहौल बनाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि न्याय व्यवस्था के लिए भी चुनौती है।” उन्होंने समाज में व्याप्त आक्रोश का जिक्र करते हुए सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की। सवाल उठाते हुए कहा कि जिस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में मौजूद थे, उसी दौरान यह हमला हुआ। उन्होंने इसे समानांतर सत्ता की कोशिश करार दिया और कहा, “अब पूरे देश की नजर इस बात पर है कि क्या बाबा का बुलडोजर इन अराजक तत्वों के खिलाफ चलेगा या यह केवल दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों के घरों को ही निशाना बनाता है।” ज्ञापन सौंपने वालों में संजय यादव, अवनीश कुमार, रमेश कुमार, अधिवक्ता विभव यादव, अधिवक्ता हेमंत कुशवाहा सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे। इस घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था और सामाजिक समरसता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।