ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली जिले के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बीते करीब 2 वर्षों से यहां फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का खेल चल रहा है। जिसमें जिला प्रशासन द्वारा कई लोगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल का रास्ता दिखाया गया, लेकिन यह सिलसिला हमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र के बाद ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। यहां जनसुविधा केंद्र संचालक ने जन्म प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ कर नाबालिग को बालिग़ बना दिया है। नाबालिग से बालिग़ बने ऐसे लोगों द्वारा सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। बल्कि जन्म प्रमाणपत्र से बने आधार कार्ड पर वोट तक डाल रहे हैं। मामला ऊंचाहार तहसील के रोहनिया ब्लॉक का है। यहां उमरन बाजार के एक जनसुविधा केंद्र संचालक ने नाबालिग लोगों के फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए। नाबालिग से फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र के ज़रिये बालिग़ बने ऐसे लोगों ने उसी को दिखाकर आधार कार्ड बनवा लिया। इसी आधार कार्ड से ऐसे नाबालिग से बालिग़ बने लोग आवास, पेंशन समेत कई मतधिकार तक का प्रयोग कर रहे हैं। यहां के रहने वाले अमन सिंह ने प्रमाण सहित पूरे मामले की शिकायत डीएम से की थी। मामला डीएम के संज्ञान में आते ही जांच तो शुरू हो गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हम बता दें कि पिछले साल ऐसा ही मामला सलोन तहसील के कई गावों में सामने आया था। उस मामले में भी जन सुविधा केंद्र संचालक ज़ीशान ने ग्राम विकास अधिकारी से मिलीभगत कर 50 हज़ार से ज़्यादा फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए थे। उस मामले में कई ऐसे लोगों के फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र भी जारी हुए थे जिनका यहां से कोई वास्ता ही नहीं था। इस मामले में भी ठीक से जांच हुई तो बड़ा मामला ही निकल कर सामने आएगा। मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया है कि पूरे प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।