ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली में बुधवार को पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के निर्देशन में शहर में लगने वाले जाम के झाम से निपटने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया गया था इसी को धरातल पर लाने के लिए यातायात प्रभारी द्वारा विशेष अभियान चलाकर सैकड़ो ई रिक्शा को रोक लिया गया और उन्हें एक फील्ड में ले जाकर खड़ा करवाया गया। एक साथ इतने ज्यादा ई रिक्शा रोके जाने से लोगों में अफरा तफरी हो गई और यात्रियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा।

मामला रायबरेली जनपद के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल लाइन चौराहे का है। यहां एक साथ सैकड़ो ई रिक्शा रोके जाने से ई रिक्शा चालकों और राहगीरों में अपरा तफरी हो गई। इस दौरान ट्रैफिक प्रभारी इंद्रपाल सिंह सेंगर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले जनपद में चल रहे करीब 5000 से ज्यादा ई रिक्शा चालकों को निर्देश दिया गया था और उनका रूट भी तय किया गया था। जिनको लेकर कलर कोडिंग भी की गई थी।लेकिन अभी भी सैकड़ो ऐसे ई रिक्शा चालक है, जो यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और अपने रूट पर नहीं चल रहे हैं। उनको यहां पर रोककर कार्रवाई की जा रही है और हिदायत देते हुए उन्हें तय रोड पर चलने के लिए कहा गया है। इसके बाद भी अगर कोई मनमानी करता है, तो उस ऑटो चालक पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जाम से निपटने के लिए यह तरीका अपनाया गया था, लेकिन अभी भी इस तरीके को कोई मानने को तैयार नहीं है। जानकारी अनुसार बता दे की 1 अप्रैल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा निर्देश दिया गया था कि सभी ई रिक्शा चालकों का रूट निर्धारित किया जाए। उसी का पालन करवाने के लिए यातायात प्रभारी की द्वारा यह कार्रवाई की गई है।