पिट्स मॉडर्न स्कूल परिसर में 03 अप्रैल, 2025 को एक दिवसीय इन-हाउस प्रशिक्षण कार्यशाला शिक्षकों के लिए समावेशी शिक्षा और जीवन कौशल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्राचार्य को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के प्राचार्य बृजमोहन लाल दास, रिसोर्स पर्सन पूजा मेहता एवं श्याम नंदिनी और कोर कमेटी के सदस्य गण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस कार्यशाला में विद्यालय के 82 शिक्षक – शिक्षिकाएँ शिरकत की । यहाँ समावेशी शिक्षा एवं जीवन कौशल पर विचार विमर्श किया गया, जो विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए तथा ज्ञानवर्धन के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा । रिसोर्स पर्सन ने कहा कि जीवन कौशल वे कौशल हैं जो हमें जीवन में सफल होने में मदद करते हैं और समस्याओं को पहचानने और उनका समाधान खोजने में सहायता करते हैं। समावेशी शिक्षा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है, जो सभी बच्चों को उनकी पृष्ठभूमि, क्षमताओं या अक्षमताओं के बावजूद समान अवसर प्रदान करती है। प्रशिक्षण समन्वयक अजय कुमार ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन कौशल और समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण से शिक्षकगण छात्रों को बेहतर ढंग से शिक्षित कर सकेंगे।
विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को जीवन कौशल और समावेशी शिक्षा के बारे में जानकारी प्रदान करना ताकि वे अपने छात्रों को बेहतर ढंग से शिक्षित कर सके, साथ ही उन्होंने शिक्षकों को एक दूसरे के साथ सहयोग करने और छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।
अभिषेक विश्वास महाप्रबंधक, आई.ई.पी.एल ओरिका, गोमिया और गोमिया विद्यालय प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष अरिंदम दास गुप्ता ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के विद्यालय में कार्यशाला होने से शिक्षकों की ज्ञानवर्धन होगा और छात्रों के समग्र विकास होगा । प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन समन्वयक अजय कुमार के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया ।