रिपोर्ट : नासिफ खान
इन्दौर : जिला जेल इन्दौर में अत्याचार की घटनाएं इतनी आम बात हो गई है कि जेल में बंद कैदियों के साथ बर्बरता से मारपीट कर उन्हें नपुंसक बनाया जा रहा है। जेल में बंद एक कैदी के साथ जेल के डिप्टी जेलर व उनके सहयोगियों द्वारा मारपीट का सिलसिला निरन्तर जारी है।
जेल में बंद कैदी अनस पिता अजगर की माँ आसेफा ने बताया कि वह 105 हबीब कालोनी, खजराना, इन्दौर में निवास करती है। उसका पुत्र अनस जिला जेल में निरुद्ध है, वह उससे मिलने जाती रहती है। 17 मार्च 2025 को जेल में मुलाकात के दौरान उसे उसके पुत्र अनस ने बताया कि जेल में उसके साथ भारी अत्याचार हो रहा है। डिप्टी जेलर मनोजर जैसवाल, बड़ा राहुल एवं उषा बघेल द्वारा उसके साथ अमाननीय रूप से मारपीट की गई। ये लोग उसके हाथ-पैर तोड़ने की नीयत से उसे शारीरिक यातनाएं दे रहे है।
22 मार्च को आसेफा को जेल में उसके पुत्र अनस से मिलने नहीं दिया गया। फोन पर भी बात नहीं करवाई। 29 मार्चको जिला जेल से आये फोन परवताया गया कि अनस को एम. वाय. अस्पताल में भर्ती किया गया है। वह जब उससे मिलने गई तो वह दोनों पैसे से चल भी नहीं पा रहा था। अनेक डॉक्टर उसका ईलाज कर रहे थे। वह बातचीत कर रहा था। उसने बताया कि जेल के अन्दर मनोज जैसवाल, चक्कर, अधिकारी एवं उषा बघेल व बड़ा राहुल द्वारा उसके साथ जमकर मारपीट की गई। बोल्ड से उसके पैरों व गुप्तांग पर मारा गया। छाती पर चढ़कर उसको मुक्कों से जैसवाल द्वारा पीटा गया। उषा मेडम ने भी थप्पड़ मारे। मनोज जैसवाल व बड़ा राहुल ने मिलकर उसके गुप्तांग पर चोट की। उसने बताया कि रमजान के दौरान उसे चिलचिलाती धूप में भरी दोपहर को चार घंटे खड़ा किया गया, जबकि वह रोजे से था।
बातचीत के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने मुझे बातचीत करने से मना कर दिया और कमरे से बाहर निकाल दिया। अनीस की माँ श्रीमती आसेफा ने इसकी शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की तता दोषियों पर कार्यवाही की माँग की। आसेफा ने बताया कि इन दोषियों पर कार्यवाही न होने पर वह हाईकोर्ट की शवण लेगी।