रायबरेली में बेखौफ दबंगों के अंदर जरा भी पुलिस का खौफ नजर नहीं आ रहा है। यहां सरेनी कोतवाली क्षेत्र में पानी निकलने वाली नाली के निर्माण के विवाद में ट्रैक्टर ट्राली में बांधकर दबंगों ने लाठी डंडों और लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि थाने के पास हुई घटना से पुलिस करीब 10 घंटे तक अंजान बनी रही। मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा लेकिन परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर घंटो शव को उठाने नहीं दिया और हंगामा करते रहे।
दरअसल सरेनी कोतवाली से महज 300 मीटर की दूरी पर मृतक अतुल तिवारी का मकान है और पड़ोसी अजय सोनी घर के सामने नाली का निर्माण करा रहे था।जिसमें अतुल तिवारी के घर की नाली को बंद कर रहे थे। अतुल तिवारी ने इसका विरोध किया और उसका वीडियो बनाने लगे। आरोप है इसी से नाराज पड़ोसी अजय ने और अतुल तिवारी के बीच मारपीट होने लगी। अतुल तिवारी के परिवार वालों ने डायल 112 पुलिस टीम को भी सूचना दी। डायल 112 पुलिस टीम मौके पर पहुंची लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की और वापस चली गई। उसके कुछ घंटे बाद शाम को एक बार फिर पड़ोस के रहने वाले पुनीत सिंह, अजय वर्मा, बउआ गुप्ता, करण प्रजापति यह सभी लोग पहले से तैयार बैठे थे और जैसे ही अतुल तिवारी निकले तो सभी ने मारपीट की। आरोप है कि उसके बाद ट्रैक्टर ट्राली में बांध कर लाठी डंडे, लोहे की रॉड और ईंट से जमकर मारा पीटा। इस दौरान बुजुर्ग मां भी अपने बेटे अतुल तिवारी को बचाने के लिए जब पहुंची तो दबंगों ने उस पर भी हमला बोल दिया। किसी तरह दबंगों से बचकर अतुल तिवारी अपने घर के अंदर चला गया, लेकिन चोंट इतनी अधिक थी कि,अतुल तिवारी ने बीती देर रात घर पर दम तोड़ दिया। अब सवाल यह उठता है कि थाने से महज कुछ दूरी पर यह सब होता रहता है और पुलिस करीब 10 घंटे तक थाने से नहीं पहुंचती। उधर पीड़ित का परिवार दबंगों के खौफ से घर से नहीं निकलता है और पुलिस घटना की जानकारी पाने के बाद भी तहरीर का इंतजार करती रही। डायल 112 पुलिस टीम मौके पर पहुंची लेकिन ना तो खुद मामले को गंभीरता से लिया और ना ही थाने की पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और यही वजह रही कि दबंगों के हौसले बढ़ गए और दोबारा जघन्य घटना को अंजाम दे दिया। मृतक अतुल तिवारी परिवार का इकलौता बेटा था। पान मसाला की सप्लाई करता था। उसी से अपने माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों का पालन पोषण करता था। अतुल तिवारी की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने घटनास्थल का परीक्षण करने के लिए फॉरेंसिक टीम को मौके पर भेजा, जो तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है। फिलहाल मामला पीट-पीटकर युवक की हत्या करने का है, ऐसे में अभी तक किसी जिम्मेदार पुलिस अधिकारी का बयान सामने नहीं आया है।