ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
रायबरेली जिला अस्पताल में निदेशक,के निर्देशानुसार जल्द ही मरीजों को वेंटिलेटर और कोरोना काल में खरीदे गए, वेंटिलेटर को अब आईसीयू की सुविधा मिलेगी। जिला अस्पताल में अस्पताल में 10 वेंटिलेटर लगाए जाएंगे, जिससे गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अभी तक इन मरीजों को एम्स या अन्य जिलों के अस्पतालों में रेफर करना पड़ता था। मरीजों को सांस लेने में मदद करने के लिए वेंटिलेटर की सुविधा। मरीजों के दिल की गतिविधि को मापने के लिए हार्ट मॉनिटर। मरीजों को खाने और दवाएं देने के लिए फीडिंग ट्यूब्स। मरीजों के शरीर से तरल पदार्थ निकालने के लिए ड्रैंस और कैथेटर।
अभी तक रायबरेली के सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर और आईसीयू वार्ड की सुविधा नहीं थी। केवल 10 बेड का पीकू वार्ड संचालित हो सका है, जहां बच्चों को भर्ती करके इलाज किया जाता है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने डॉक्टर और अन्य स्टाफ की सूची मांगी है ताकि उन्हें प्रशिक्षण दिया जा सके। इससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
वही जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू, वार्ड बना दिया गया है और इसमें जो क्रिटिकल मरीज हैं उनको भर्ती किया जाएगा अब जो सीरियस मरीज हैं उनको बाहर नहीं भेजा जाएगा हमारे डॉक्टर अब प्रशिक्षण करके जल्द ही इसको शुरू कर दिया जाएगा। जिससे जो मरीज बाहर जाते थे अब उनको भेजना नहीं पड़ेगा।