रिपोर्ट : गुलाब सिंह
इसको अच्छी तरह डरा धमका देंगे इसके लिये उनका सिर्फ खाने पीने का इन्तेजाम करना होगा । खाने पीने के इन्तेजाम के लिये मैने चाय की दुकान पर ही राकेश को 10 हजार रूपये दिये थे और कहा था कि इसका इंतजाम करवाओ । राकेश ने ही हमे विनोद सैनी से मिलवाया था जो किशोरी नगर का रहने वाला है । मैने उससे मुलाकात की तथा विनोद सैनी से मैने तमंचे और कारतूस अरेंज करने के लिये कहा था जिसके लिये मैने उसको 09 हजार रूपये दिये थे । हमने 04 तमंचे के लिये कहा था परन्तु वो 02 ही तमंचे का इन्तेजाम कर पाया । वह तमंचे 315 बोर व कारतूस 315 बोर लेकर आया था, जो हमने राकेश को दे दिये थे । फि3र राकेश ने अपनी प्लानिंग के अनुसार तैयार किये लड़के जो मोक्षधाम के ही पीछे रहने वाली बस्ती के है को सेट कर ये काण्ड करा दिया। घटना वाले दिन 23 अप्रैल को हेमेन्द्र गर्ग सिचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ दोपहर दो या ढाई बजे प्लाट पर आया था।
सिचाई विभाग के कर्मचारियों के आने के सम्बन्ध मे ठेकेदार संजू का फोन आया कि हेमेन्द्र अपने साथ सिचाई विभाग के कर्मचारियों को लेकर आया है और वह प्लाट की नापतौल कर रहे है । ठेकेदार ने सिचाई विभाग के लोगो से बात करायी थी फिर मैने राकेश से बात की और कहा कि तू कब तक परेशान करवायेगा । तब उसने कहा मैंने इसका इन्तेजाम कर दिया है जल्दी ही छुटकारा मिल जायेगा । राकेश ने रात्रि मे ही मुझे मिस्डकॉल दिया था पर मैने उठाया नही था । जब रात्रि मे पुलिस हमारे घर पहुंची थी तब मुझे पता चला था कि हेमेन्द्र की मोक्षधाम पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी है।