रायबरेली में पुलिस अधीक्षक डॉ.यशवीर सिंह के नेतृत्व में यातायात विभाग ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक सराहनीय कदम उठाया है। लगातार हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए यह अभियान निश्चित रूप से समय की मांग है। यातायात पुलिस द्वारा स्कूलों में जाकर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के मोटरसाइकिल चलाने पर चालान करना और स्कूल प्रशासन को नोटिस जारी करना एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल नाबालिग छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि उनके अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को भी इस विषय पर गंभीरता से सोचने के लिए प्रेरित करेगा। अक्सर देखा जाता है कि कम उम्र के बच्चे बिना लाइसेंस और पर्याप्त जानकारी के वाहन चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अतिरिक्त, यातायात पुलिस द्वारा ‘ड्रिंक एंड ड्राइव’ (शराब पीकर गाड़ी चलाना) और नाबालिग चालकों के खिलाफ चलाया जा रहा है। चेकिंग अभियान भी सराहनीय है। शराब पीकर गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है और यह न केवल चालक के लिए बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। इसी तरह, नाबालिग चालकों पर सख्ती करके पुलिस सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह उम्मीद की जानी चाहिए कि यातायात विभाग का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और रायबरेली में सड़क सुरक्षा की स्थिति में सुधार आएगा। नागरिकों को भी यातायात नियमों का पालन करके और जिम्मेदार नागरिक बनकर इस प्रयास में सहयोग करना चाहिए। सड़क सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। ट्रैफिक प्रभारी इंद्रपाल सिंह सेंगर ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत शहर के मुख्य चौराहा पर 24 घंटे हमारी ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है और सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सीओ सिटी अमित कुमार सिंह ने मीडिया को बयान जारी करते हुए बताया कि जो लोग शराब पीकर गाड़ी चला रहे हैं। उनकी जांच किए जाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से नए इलेक्ट्रॉनिक मशीन आई है उनसे जांच की जाएगी।