रायबरेली जिले के हरचंदपुर थाना क्षेत्र के प्यारेपुर गांव में बंदरों का आतंक लगातार जारी है, जिससे ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर हैं। इन बंदरों ने अब तक लगभग 30 लोगों को काटकर घायल कर दिया है, जिससे गांव में भय का माहौल व्याप्त है। ग्रामीणों ने कई बार बंदरों के इस आतंक के बारे में वन अधिकारियों और प्रशासन से शिकायत कर गुहार लगाई है, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। किसी भी अधिकारी या प्रशासनिक अमले ने इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे ग्रामीणों में निराशा और गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
हाल ही में, बंदरों के एक और हमले में गांव का एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक पर अचानक बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। घायल युवक को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। इस घटना ने ग्रामीणों के बीच पहले से व्याप्त डर को और भी बढ़ा दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि बंदर झुंडों में घूमते हैं और अचानक लोगों पर हमला कर देते हैं। खासकर महिलाएं और बच्चे इनके आसान शिकार बन रहे हैं। खेतों में काम करने वाले किसान भी बंदरों के आतंक से परेशान हैं, क्योंकि ये उनकी फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो और भी गंभीर घटनाएं हो सकती हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग और जिला प्रशासन से पिंजरे लगाकर बंदरों को पकड़ने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की अपील की है, ताकि गांव में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके। प्यारेपुर गांव के लोगों का कहना है कि वे अब डर के साये में जीने को मजबूर हैं और उन्हें हर पल अनहोनी की आशंका बनी रहती है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।