रायबरेली : जनपद के हरचंदपुर क्षेत्र में स्थित पूरे गुलाब सिंह मजरे कंडौरा गांव में आध्यात्मिक उत्साह के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन होने जा रहा है। यह धार्मिक आयोजन 11 मई से शुरू होगा और 18 मई तक चलेगा। आयोजक प्रशांत सिंह भोले ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में भक्ति और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम की शुरुआत 11 मई को एक भव्य कलश यात्रा के साथ होगी। यह यात्रा गांव और आसपास के क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों का भ्रमण करते हुए श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर समाप्त होगी। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है, जो भक्ति और उत्साह के साथ इस पवित्र आयोजन का शुभारंभ करेंगे। 12 मई से वृन्दावन धाम के प्रख्यात कथावाचक योगेंद्र कृष्ण शास्त्री श्रीमद्भागवत कथा का प्रवचन करेंगे। कथा प्रवचन प्रतिदिन शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। योगेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी सरल और प्रभावशाली वाणी के लिए जाने जाते हैं, और उनके प्रवचन में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं, भक्ति और जीवन के आध्यात्मिक मूल्यों पर प्रकाश डाला जाएगा। यह कथा श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबोने और उनके जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी। इस भव्य आयोजन की तैयारियों में गांव के कई लोग सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं। रामचंद्र मिश्रा, वीरेंद्र सिंह, दीपू सिंह, अजय सिंह, जितेंद्र सिंह, राम मिश्रा, भोला, गोलू, दिनेश सिंह, गौरव, आशू मिश्रा, पन्ना सिंह, मोगा सिंह और आशु सिंह सहित कई अन्य ग्रामीण इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
आयोजक प्रशांत सिंह भोले ने सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन गांव के एकजुट प्रयासों का परिणाम है। आयोजक प्रशांत सिंह भोले ने क्षेत्र के सभी लोगों से इस पवित्र आयोजन में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक एकता और सामुदायिक सहभागिता को भी बढ़ावा देगा। पूरे गुलाब सिंह गांव में आयोजित यह श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन निश्चित रूप से क्षेत्र में भक्ति और उत्साह का माहौल बनाएगा। कलश यात्रा और कथा प्रवचन के माध्यम से श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में डूबकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति करेंगे। यह आयोजन गांववासियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा, जो उनकी आस्था और समुदाय की एकता को और मजबूत करेगा।