रिपोर्ट नासिफ खान
इंदौर की सेंट्रल जेल मध्य प्रदेश की मुख्य जिलों के अंदर शुमार है यहां पर इतनी सिक्योरिटी होने के बावजूद भी एक 6 फीट के मानव ने प्राणों को गले में फांसी लगाकर त्याग दिया और जिम्मेदार लोग कहां सोते रहे।
अनिल पिता राजू नामक व्यक्ति हमारी जेल मै विचार दिन बंदी था वह अपनी मां के साथ अपनी बीबी के हत्याकांड में 6 महीने से सजा काट रहा सेन्ट्रल जेल की अधीक्षक श्री अल्का सोनकर ने बताया जेल मे राम कथाएं हनुमान चालीसा पाठ जैसे कार्यक्रम किया जा रहा था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद अमित ने प्रसाद ग्रहण भी किया अनील और उसकी मां दोनों ही एक ही केस में अपराध बंद थे। मृत्यु आरोपी अपनी बीवी की हत्या में और उसकी मां दोनों ही 6 महीने से बंद थे। अचानक आत्महत्या करने की क्या वजह रही यह अभी तक मामला सामने नहीं आया है।
इससे पहले भी यहा पर हत्याकांड जैसे संगीन अपराध हो चुके है
बंदी की आत्महत्या करने के जो संकेत आ रहे है। वह तो जांच के बाद ही पता चलेगा की इसमे जेल विभाग कीतनी लापरवाही रही हैं। आखिर बंदी ने कैसे कम्मल को अपने गले से लपेट कर फांसी लगाली मध्यप्रदेश की मुख्य जेलो मे सुमार इंदौर की सेंट्रल जेल का नाम आता है और इसी जेल मे पहले कई हत्याए हो चुकी है। पप्पू भागिरथ, वसीम अन्ना, अर्जुन त्यागी जैसे बंदीयो की हत्याएं हो चुकी है। मगर संदेह इस ओर भी जा रहा है की इतने इन्तेजाम होने बाद भी बंदी ने आत्मा हत्या कैसे करली जैलो यदी सूई भी आ जाए तो अधिकारियो को पता चलजाता और एक 6 फिट कि जिन्दा इन्सान अपने प्राण सूली पे चङकर त्याग देता है और वहा के जिम्मेदारो को भनक तक नही होती है।