रायबरेली जिले की सभी 6 तहसीले लेखपालों की कमी से जूझ रही थी। लेखपालों की कमी से लोगों के कार्य कभी भी समय से नही हो पाते थे। रविवार को लेखपाल भर्ती का परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद चयनित लेखपालों की तैनाती शुरू हो गई है। जिस की जनता की समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए यहां एक लेखपाल कई। गांवों का चार्ज लेकर कार्य करते रहते हैं। इसी बोझ से छुटकारा देने के लिए,रायबरेली जिले को 87 लेखपाल मिले है। जिनमे 34 महिला लेखपाल भी शामिल हैं। सदर तहसील को 21,लेखपाल तो महराजगंज को 16, लेखपाल तो सलोन को 19,लेखपाल तो डलमऊ को 9, लेखपाल तो ऊँचाहर को 6 लेखपाल तो और लालगंज को 16 लेखपाल मिले है। जिले में लेखपालों की कमी के चलते राजस्व मामलों में काफी शिथिलता आ गई थी। 87 नए लेखपाल मिलने से राजस्व मामलों में तेजी आएगी। सदर तहसील की बात करें तो यहां पर जमीन के मामलों में लगातार विवाद देखने को मिल रहा था। ऐसा माना जा रहा था कि जमीन के मामलों में लेखपालों द्वारा सक्रियता ना बरते जाने के कारण मारपीट के मामले ज्यादा बढ़ रहे थे। एक लेखपाल के पास दो-दो सर्किल का चार्ज अतिरिक्त रहता था अधिकारियों का भी यही मानना था कि लेखपालों की कमी के चलते राजस्व के मामले सुचारू रूप से नहीं चल रहे हैं।लेखपाल संघ के अध्यक्ष का कहना है की 87 नए लेखपाल के आ जाने से अब हम और सक्रियता से कम कर पाएंगे क्योंकि जिले में एक लेखपाल के ऊपर दो से ज्यादा क्षेत्र का कार्य भार है। एडीएम प्रशासन प्रफुल्ल त्रिपाठी ने बताया कि जिले में अभी तक 57 प्रतिशत लेखपाल थे अब 77 प्रतिशत लेखपाल कार्यरत होंगे। 31 जनवरी तक सभी नए लेखपालों की तैनाती कर दी जाएगी। सदर तहसील को 21 लेखपाल मिले हैं।जिनका पुलिस वेरिफिकेशन करके तुरंत उनको तैनाती दी जाएगी और जो लेखपाल मिले है इनसे राजस्व कार्य में तेजी आएगी।