सतांव ब्लॉक के चिलौला भगरिया में ग्रामीणों ने सरोवर तालाब में लग रहे मैटेरियल का किया विरोध
लालगंज रायबरेली :- उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टारलेंस का दावा करते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में हो रहे सरोवर तालाब बनाने में भले ही अपने नियम कानून बना रहे हो, लेकिन जब वीआईपी रायबरेली जिले की बात की जाती है, तो प्रदेश सरकार के सभी दावे धरे रह जाते हैं। उल्लेखनीय है, कि जिले के सतांव ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत चिलौला भगरिया में सरोवर तालाब में पीला ईट और बालू से सरोवर तालाब निर्माण हो रहा था, जिसको लेकर ग्रामीणों ने विरोध किया। “लेकिन यदि सुनने वाला ही अनसुना कर दे, तो कहे तो किससे कहें” जीता जागता उदाहरण सतांव ब्लॉक के अधिकारियों का देखने को मिल रहा है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है, कि यदि उचित कार्यवाही न हुई, तो जिले के विकास भवन में पहुंचने में देरी नहीं लगेगी, क्योंकि आज तक ब्लॉक के अधिकारी केवल जांच का हवाला देकर अपना पीछा छुड़ाते रहते हैं। प्रदेश सरकार की किरकिरी कराने में चूकते भी नहीं है लेकिन देखा जाए, तो सरकार के लाखों रुपए पीले ईट व बालू में बहाकर लाखों रुपए का न्यारा द्वारा किया जा रहा है।
खंड विकास अधिकारी संताव
मामला संज्ञान में आया है, जांच कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी।