रिपोर्ट :- उजमा कुरैशी
इंदौर क्राइम ब्रांच में सेवा-निवृत्ति रतन सिंह चौहान के पुत्र सुबेदार आशीष सिंह चौहान अपना भारती सेना में सूबेदार का कार्यकाल पूर्ण कर 20 साल में लौट कर अपने शहर इंदौर आए। जहां पर लोगो और पुलिस मित्रों ने नाच गाने के साथ ढोल बाजे के साथ प्लेटफार्म पर जोरो का स्वागत किया। आपको बता दें, कि सूबेदार आशीष सिंह चौहान के पिता रतन सिंह चौहान भी क्राइम ब्रांच के एक नामी ग्रामी ऑफिसर रहे हैं। उनके मित्र हीरा सिंह चंदेल गुलाम नबी पहलवान अपने कार्यकाल में काफी उपलब्धियां हासिल कर बड़े-बड़े गुंडे बदमाशों को पछाड़ जेल की सलाखों के पीछे खड़ा कर उन्हें सजा कराई। वैसा ही जज्बा के साथ अपने पुत्र आशीष सिंह चौहान को भारती सेना मे सूबेदार के पद पर सम्मिलित किया और देश की सेवा करने का अवसर दिलाया। जिन्होंने 20 साल भारतीय सेना में सूबेदार का कार्यकाल पूरा किया। 2 फरवरी को अपने शहर इंदौर लौटकर रिश्तेदारों मित्रों की शुभकामनाएं प्राप्त कर मीडिया के सामने आभार व्यक्त कर देश की युवा पीढ़ी को एक नया संदेश देते हुए आशीष सिंह चौहान ने कहा कि युवाओं अपने शहरों को शांतिपूर्ण बनाए रखें और अपने देश का भविष्य बने।