रायबरेली :- यूपी सरकार में आम आदमी को तो छोड़ो यहां नेताओं व राजनेताओं तथा पुलिसकर्मियों पर भी अब जानलेवा हमले हो रहे हैं। हम बात सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य मुखर वक्ता की कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य करोड़ों करोड़ों दलितों आदिवासियों अल्पसंख्यक पिछड़ों के नेता कह जाते हैं । भाजपा छोड़ने के बाद से सपा में आते ही अपने कई विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं, इसी को लेकर कही काले झंडे दिखाए जाते हैं।तो कहीं पथराव व मारपीट की जा रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में कौशांबी जाते हुए पत्थर बाजी करते हुए अराजक तत्वों ने हमला किया था। जिसको लेकर साबिर साथ मौर्य के सैकड़ो समर्थकों ने व दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक महासभा के पदाधिकारीयों ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव पर हुए हमले के मामले को लेकर डीएम कार्यालय के बाहर पहुंचकर रोश व्यक्त करते हुए डीएम को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सोपा है व सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग की गई है। आपको बता दे, कि आज दिनांक 6 फरवरी 2024 दिन मंगलवार को रायबरेली जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच कर दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक महासभा के पदाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर हो रहे विभिन्न जनपदों में हमलो को लेकर डीएम को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सोपा है और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाने की मांग की गई है तथा अराजक तत्वों पर कार्यवाही की मांग की गई है। पदाधिकारी का कहना है, कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला करने वालों को कठोर सजा दिलाई जाए। जिससे कि उनको सबक मिल सके यही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। इस दौरान महासभा के अध्यक्ष उपाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी समेत राम सिंह यादव, जितेंद्र कुमार मौर्य, रामें यादव, चंद्रराज पटेल राहुल निर्मल बागी, शिवनारायण मौर्य, सहित अन्य लोगों को उपस्थित रहे।
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