रायबरेली में झंडा संहिता का बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों ने 26 जनवरी को घोर अपमान किया। लेकिन लगभग एक माह बीतने को है। जिम्मेदार अधिकारियों ने किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की। जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। पहला मामला बछरावां विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत बिशनपुर में ब्लॉक संसाधन केंद्र पर गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के पश्चात बीआरसी पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारी वरुण कुमार मिश्रा नदारत रहे और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने बीआरसी केंद्र पर जैसे तैसे तिरंगा फहराया। जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने मामले की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की थी। यहां एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा तिरंगे को फहराकर फोटो खींच दिया गया कमरे में कैद होते ही उसने तिरंगा उतार लिया, जबकि संस्कारी संस्थानों में सूर्यास्त के पहले तिरंगा उतारने की परंपरा है।

खंड शिक्षा अधिकारी के प्रति आक्रोश व्याप्त है। दूसरा मामला रायबरेली जनपद के ही सतांव ब्लॉक के सलारपुर गांव का है। यहां के प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक संजय मोहन यादव द्वारा उल्टा झंडा फहराया गया था। और तिरंगे का घोर अपमान किया गया था।जिसको लेकर उल्टा तिरंगा फहराने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। ग्राम प्रधान रवि शंकर पटेल की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मामले का शिकायती पत्र दिया था और जांच कर कार्यवाही किए जाने की मांग की थी लेकिन अब तक इस पूरे प्रकरण में।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।जबकि ग्रामीणों का कहना है कि दोनों खंड शिक्षा अधिकारियों की उदासीनता के चलते यह मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है।