बेरमो : तेनु बोकारो नहर का 19 फरवरी को होने वाला ऑनलाइन संविदा को स्थानीय एवं विस्थापित संवेदक संघ ने विरोध प्रकट किया। ऑनलाइन संविदा को रद्द कर ऑफ लाइन संविदा कराने की मांग कीया है।तेनुघाट बांध प्रमंडल के अतिथि शाला में संवेदक संघ बैठक कर ऑनलाइन संविदा का जोरदार तरीके से विरोध प्रकट किया बैठक में लगभग 60 से 65 की संखिया में संवेदक वर्ग उपस्थित रहे, सभी संवेदक एक स्वर में मांग किया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सुनील कुमार महतो ने बताया कि स्थानीय एवं विस्थापित संवेदक संघ के द्वारा ऑफलाइन संविदा में किए गए कार्यों का गुणवत्ता बहुत ही बेहतर रहा है जिसकी सराहना सेल के अधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता भी कर चुके हैं, परंतु अब कार्यपालक अभियंता के द्वारा ऑनलाइन संविदा कराया जा रहा है। यह समझ से परे है, ऑनलाइन यदि संविदा होता है तो संघ इसका भरपूर विरोध करेगा और कार्य संपन्न नहीं हो सकेगा।
कई संवेदक ऑनलाइन संविदा के सपोर्ट में है और उन्होंने कहा पूर्व में तो ऑफलाइन ही संविदा किया गया था परंतु क्या कारण हुआ जो ऑफलाइन छोड़कर ऑनलाइन संविदा कराया गया।
तेनु बोकारो नहर आपसी विवाद का भेंट चढ़ा ऑफलाइन संविदा दो बार रद्द हो चुका ।विवाद के वजह से ऑफ लाइन के वजह अब ऑनलाइन संविदा निकाला गया।19 फरवरी तक अंतिम तिथि निर्धारित किया गया है संविदा का। इस बार भी संविदा रद्द होता है या शांति पूर्ण होता है।
क्या कहते ह अधिकारी।सहायक अभियंता पंकज कुमार बांध प्रमंडल तेनुघाट नहर ने बताया कि 19 फरवरी तक ऑनलाइन टेंडर भरने का अंतिम तिथि है उसके बाद ही कुछ बताया जा सकता है की कितने लोग टेंडर भरा है और किसको कौन सी काम एलाउट हवा है। रद्द करने की अभी कोई बात नही है।तेनु बोकारो नहर का मरम्मती कार्य प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी करोड़ों रुपए की लागत से होने वाला मरम्मती कार्य का संविदा तीन बार रद्द हो चुका है। पुनः 19 फरवरी को ऑनलाइन संविदा होना है। इसके पूर्व दो बार ऑफ लाइन एक बार ऑन लाइन संविदा रद्द हो चुका है। तेनु-बोकारो नहर का निर्माण डैम निर्माण के समय 1971में ही हआ है पुराने हो जाने के वजह से नहर जंहा तंहा जर्जर हो गया है जिसके कारण प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपए की लागत से मरामती कराया जाता है। पानी के तेज बहाव से कई जगहों पर मिट्टी का कटाव भी होते रहता है। जिसके कारण जगह जगह पर भी कमजोर पड़ते जा रहा हैं। बोकारो स्टील प्लांट के द्वारा नहर मरम्मती के लिए पर्याप्त राशि भी उपलब्ध नही कराया जाता है। जिस के कारण संपूर्ण नहर की मरम्मती एक साथ नही हो सकता है। मौके पर मंटू यादव, मनोहर नायक, शिवकुमार पाल, रमेश श्रीवास्तव, श्याम कुमार नायक, केदार यादव, चंद्रिका यादव, प्रीतम यादव, घनश्याम यादव, उमा चरण रजवार ,प्रदीप ठाकुर, लाल बहादुर शर्मा ,भुनेश्वर महतो, गणपत यादव, धीरेंद्र सिंह, सहित कई लोग उपस्थित थे।