यह कहानी है धनबाद जिला कांग्रेस कमिटी की
धनबाद : आज पूरे देश में चर्चित किसानों की अपनी मांगों के समर्थन में दिल्ली सीमा पर चलाए जा रहे, आंदोलन का समर्थन देश के कई राजनीतिक पार्टियों के अलावे अन्य कई संगठनों द्वारा व्यापक समर्थन मिलने की बात सामने आ रही है।
उसी किसान आंदोलन के समर्थन में आज धनबाद जिला कांग्रेस कमिटी के द्वारा रणधीर वर्मा चौक के समीप गिने चुने कार्यकर्ताओं के द्वारा सड़क अवरुद्ध किया गया। जिसमें जिला स्तरीय नेता के नाम पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष सिंह एवं उपाध्यक्ष शाजिद राजा अंसारी शामिल थे।
किसान आंदोलन के समर्थन में किसी भी पार्टी के द्वारा आंदोलन किया जाना, इस देश में लोकतांत्रिक अधिकार है। किन्तु 10- 12 गिने चुने लोगों को लेकर सार्वजनिक सड़क को जाम किया जाना, उक्त किसान आंदोलन का समर्थन नहीं कहा जा सकता। यह तो एक लोकतांत्रिक तरीके के विरुद्ध आम नागरिकों के सुख सुविधा और यातायात अवरुद्ध करने का एक अलोकतांत्रिक है । आम जनता के साथ ही छात्रों, मरीजों, व्यवसाईयों, डियूटी पर जाने वाले मजदूरों, कोर्ट में जाने वाले अधिवक्ताओं इत्यादि की आकस्मिक सुविधाओं के विरुद्ध एवं अराजकता का प्रतिक है। धनबाद जिला कांग्रेस के द्वारा चलाया गया यह सड़क जाम आंदोलन स्वत: यह सिद्ध हो गया कि कांग्रेस जिला कमेटी में भी दरार है और एक मत नहीं है। और यह भी अब झलकने लगा है कि संतोष सिंह के द्वारा किया गया सड़क जाम कार्रवाई को कांग्रेस पार्टी का जिला कमेटी का भी पूरा समर्थन नहीं था। कांग्रेस जिला कमेटी की इस कमजोरी नस को पकड़ कर धनबाद पुलिस थाना ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। बाद में धनबाद थाना प्रभारी निरीक्षक ने संतोष सिंह के गुनाह को माफ करते हुए थाना से ही कार्यकर्ताओं सहित छोड़ दिया। जिससे कांग्रेस कमिटी की जिला में सर्वत्र हंसाई हो रही है । और संतोष सिंह के व्यक्तिगत आंदोलन को लोग मजाक उड़ा रहे हैं ।और यह कहावत सच चरितार्थ दिखाई पड़ रही है कि चौबे आए थे छब्बे बनने, दुबे बनकर लौटे।