रायबरेली : भू माफिया प्रबंधक एस जे एस पब्लिक स्कूल रमेश बहादुर सिंह जो पैसे वाले है, ठाकुर साहब है, सरकारी महँगी जमीन पर कब्जा कर उपयोग कर रहे है। संस्कृत विद्यालय की ज़मीन पर निजी विद्यालय संचालित कर रहे। जिला प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मौन बैठा है। शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। गरीबों की झोपड़ी भू माफिया के मकान अवैध कब्जा पर बाबा का बुलडोजर खूब चलता है। तो रमेश बहादुर सिंह पर कार्यवाही क्यों नहीं…? ठाकुर साहब की तरफ बुलडोजर जाने से क्या डरता है या फिर जिला प्रशासन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। हर सरकार में जातिवाद की बात सामने आती उसी कड़ी में भी यह मामला जोड़कर देखा जा रहा है। डीएम,कमिश्नर तक को जानकारी है तो सुरेश बहादुर सिंह पर कार्यवाही न होना जिला प्रशासन को हिम्मत न जुटा पाना योगी सरकार पर सवाल खड़े होते है। भू माफिया के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले सरकार के कामो में सहयोग करने वाले लोगो का सरकार को सम्मानित करना चाहिए और सुरक्षा देनी चाहिए। जिससे लोग गलत करने वाले भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगो के विषय में आसानी से प्रशासन व सरकार तक जानकारी पहुँचा सके सामाजिक लोगो को गलत के खिलाफ आवाज उठाना और कार्यवाही के लिए अनशन धरना के लिए विवश होना बड़ा सवाल खड़ा होता है । रमेश बहादुर सिंह के पास आलीशान बंगला, महँगी गाड़ी, कई स्कूल बड़े पैमाने पर आवासीय प्लॉट, कृषि जमीन राजधानी लखनऊ में बंगला तो क्या बड़े आदमी का लोगो लगा है। इससे जिला प्रशासन कमजोर साबित हो रहा है। सरकार की छवि को साफ सुथरी रखने के लिए भू माफिया के अवैध कब्जे की सरकारी जमीन पर बुलडोजर गरजा कर सबका साथ सबका विकास सरकार के नारे को सफल कर देना चाहिए।