जौनपुर : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुचमुछ गांव में एक ऐसी घटना घटी है, जो पूरे इलाके में सनसनी फैला रही है। 75 वर्षीय बुजुर्ग संग्रू राम ने 35 वर्षीय महिला मनभावती से दूसरी शादी रचाई, लेकिन सुहागरात की रात ही उनकी जान चली गई। मौत के बाद परिवार के सदस्यों में हत्या का शक पैदा हो गया है। संग्रू राम के दिल्ली में रहने वाले भतीजों ने अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी है और जांच की मांग की है। गांव में कोर्ट मैरिज की परंपरा न होने के कारण भी यह मामला संदिग्ध नजर आ रहा है।
संग्रू राम का अतीत: अकेले जीवन की तलाश में दूसरी शादी

संग्रू राम कुचमुछ गांव के एक साधारण किसान थे। उनकी पहली पत्नी की मौत पिछले साल हो गई थी, और उनके कोई संतान नहीं थी। पत्नी के निधन के बाद वे अकेले रह रहे थे और खेतीबाड़ी से गुजारा चला रहे थे। उनके भतीजे दिल्ली में रहकर व्यापार करते हैं, लेकिन संग्रू राम गांव में ही रहना पसंद करते थे। हाल ही में उन्होंने दूसरी शादी करने की इच्छा जताई, जिस पर ग्रामीणों ने उम्र को देखते हुए उन्हें मनाने की कोशिश की। लेकिन संग्रू राम अड़े रहे। उन्होंने जलालपुर क्षेत्र की रहने वाली 35 वर्षीय मनभावती से संपर्क किया। मनभावती की यह दूसरी शादी थी; उनकी पहली शादी से दो बेटियां और एक बेटा है।
29 सितंबर को दोनों ने पहले जौनपुर कोर्ट में शादी की। इसके बाद मंदिर में पारंपरिक रस्में निभाईं। मंदिर में फूलमालाओं का आदान-प्रदान किया गया। संग्रू राम ने मनभावती से वादा किया कि वे उसके बच्चों की जिम्मेदारी लेंगे, जबकि मनभावती घर संभालेगी। गांव वालों के मुताबिक, शादी का वीडियो भी बनवाया गया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लेकिन गांव में कोर्ट मैरिज की कोई परंपरा नहीं है, इसलिए पहले कोर्ट मैरिज फिर मंदिर में फेरे लेना सबको अटपटा लगा।
सुहागरात की रात: बातों में बीती देर रात, सुबह मौत का सदमा
शादी के बाद संग्रू राम और मनभावती ने सुहागरात मनाई। दोनों देर रात तक भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते रहे। संग्रू राम ने फिर से बच्चों की जिम्मेदारी लेने का भरोसा दिलाया। लेकिन अगली सुबह, यानी 30 सितंबर को अचानक संग्रू राम की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, मौत का कारण हार्ट अटैक हो सकता है, लेकिन पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है, इसलिए सटीक वजह स्पष्ट नहीं है।
मौत की खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि संग्रू राम पूरी तरह स्वस्थ थे और शादी से पहले कोई बीमारी के लक्षण नहीं दिखे।
हत्या का शक: संपत्ति और जमीन पर नजर? भतीजों ने रोका संस्कार
संग्रू राम के नाम पर कुछ संपत्ति और खेती की जमीन थी, जो इस मामले को और संदिग्ध बना रही है। दिल्ली से उनके भतीजे सूचना पाकर जौनपुर पहुंचे। उन्होंने हत्या का शक जताते हुए अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी। भतीजों का आरोप है कि शादी और मौत के बीच का समय बहुत कम था, और कोर्ट मैरिज का तरीका असामान्य लग रहा है। वे पोस्टमॉर्टम और पूरी जांच की मांग कर रहे हैं। एक भतीजे ने बताया, “चाचा अकेले थे, लेकिन संपत्ति को लेकर कोई खतरा नहीं था। फिर भी, इतनी जल्दी मौत संदिग्ध है। हम पुलिस से शिकायत करेंगे।”
ग्रामीणों में भी दो राय हैं। कुछ का मानना है कि यह प्राकृतिक मौत है, उम्र को देखते हुए हार्ट अटैक संभव है। लेकिन संपत्ति के लालच और उम्र के फर्क को देखते हुए कई लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं।
पुलिस की चुप्पी: जांच की उम्मीद
फिलहाल गौराबादशाहपुर थाने की पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन भतीजों की शिकायत पर पोस्टमॉर्टम और जांच संभव है। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं। जौनपुर के एसपी ने कहा है कि अगर परिवार शिकायत करता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल जौनपुर बल्कि पूरे यूपी में चर्चा का विषय बनी हुई है। उम्र के इस बड़े अंतर वाली शादी और उसके बाद की रहस्यमयी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह प्राकृतिक मौत थी या इसके पीछे कोई षड्यंत्र? जवाब मिलने तक गांव में सन्नाटा पसरा है।