जारंगडीह रेलवे साइडिंग बीएंडके द्वारा सीआईएसएफ तैनात करते ही जारंगडीह क्रेशर से कोयला चोरी बढ़ी
बेरमो /जारंगडीह : सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के जारंगडीह रेलवे साइडिंग में दो प्लेट फार्म है एक नंबर और दो नंबर। एक रेलवे प्लेट फार्म सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र का तथा दुसरा बीएंडके प्रक्षेत्र का है। दोनो ही रेलवे प्लेट फार्म से वर्षों से भयंकर रूप से कोयला चोरी लगातार जारी था। इसी को रोकने के उद्देश्य से बीएंडके प्रबंधन नें अपने अधिन वाले रेलवे साइडिंग में सीआईएसएफ की तैनाती कर दी। हालांकि इस तैनाती के बाद उक्त साइडिंग से कोयला चोरी रुक गया मगर कोयला चोरो के निशाने पर जारंगडीह रेलवे साइडिंग प्लेट फार्म और जारंगडीह क्रेशर आ गया। रेलवे साइडिंग के चप्पे चप्पे पर भले सीआईएसएफ के जवान तैनात हो मगर कोयला चोरी आज भी बादस्तुर जारी है। इसका एक नजारा अगर देखना हो तो आप नव निर्मित बाई पास रोड से कथारा के तरफ गुजरे 50 मिटर की दुरी यानी जारंगडीह पीओ बंगला के समीप कोयला चोर क्रेशर से कोयला चुरा कर जमा करते हैं और साइकिल तथा मोटर साइकिल के माध्यम से खेतको ले जाते हैं। जो नजारा जारंगडीह रेलवे साइडिंग में तैनात सीआईएसएफ के जवान भी दिन रात देखते हैं मगर वे शायद इस लिए नही रोकते की यह बीएंडके क्षेत्र में नही बल्कि कथारा क्षेत्र मे पड़ता है। इतना ही नहीं कोयला चोरी मे भले कमी दिखती है मगर सूत्र बताते हैं कि कोयला चोरी आज भी जारी है और खेतको मे आज भी अवैध कोयले की मंडी सजती है। क्षेत्र भले बटे बटे हो मगर चोरी तो राष्ट्रीय सम्पत्ति की हो रही है और नुकसान सरकार को उठाना पड़ रहा है। बहरहाल जारंगडीह रेलवे साइडिंग से आज भी सीआईएसएफ के तैनाती के बाद भी कोयला चोरी का खेल चल रहा है।