रायबरेली जिले के सलोन तहसील के अंतर्गत ग्राम सभा अलीगंज में मनरेगा योजना के तहत चल रहे मरघट मेढ बंदी कार्य में गंभीर अनियमितताओं और बाल श्रम के आरोप सामने आए हैं। ग्रामवासियों महाराज दीन और कुलदीप ने ग्राम विकास अधिकारी रामनरेश (सचिव) और ग्राम प्रधान सत्रोहन पर गलत कार्यप्रणाली का आरोप लगाया है। शिकायत के अनुसार, जॉब कार्ड धारक ओमप्रकाश (कार्ड संख्या: यूपी33-018011-002/309) को 5 सितंबर 2025 को उपस्थिति रजिस्टर और ऑनलाइन पोर्टल पर उपस्थित दिखाया गया है, साथ ही उनकी फोटो भी पोर्टल पर अपलोड की गई है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ओमप्रकाश के 14 वर्षीय पुत्र सनी को इस कार्य में लगाया जा रहा है, जो बाल श्रम कानून का उल्लंघन है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा मनरेगा योजना में पारदर्शिता का अभाव है। जॉब कार्ड धारकों के नाम पर बच्चों से काम करवाया जा रहा है, जो गैरकानूनी है। यह कार्य ब्लॉक सलोन के तहत चल रहा है, और ग्रामवासियों ने इसकी जांच की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मनरेगा योजना के तहत कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। इस मामले में जिला प्रशासन से अपेक्षा है कि वह त्वरित जांच कर उचित कदम उठाए ताकि बाल श्रम जैसी गंभीर समस्या पर अंकुश लगाया जा सके और योजना का लाभ वास्तविक हकदारों तक पहुंचे।
