News Nation Bharat
झारखंडराज्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सिंदरी हर्ल’ का किया उद्घाटन, बोले- जो गारंटी दिया था, वो आज पूरी हुई

WhatsApp Image 2024-08-09 at 12.15.19 PM

रिपोर्ट :- नित्यानंद मंडल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 900 करोड़ के लागत से निर्मित हर्ल खाद कारखाना का लोकार्पण किया साथ ही 35 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का झारखंड को तोहफा दिया, जिसमे रेलवे सहित अन्य योजना सामिल है। वही सिंदरी हर्ल में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- ‘ मैंने संकल्प लिया था कि सिंदरी के इस खाद कारखाने को जरूर शुरू कराएंगे, ये मोदी की गारंटी थी, आज ये गारंटी पूरी हुई है।’ उन्होंने यह भी कहा कि वो वर्ष 2018 में शिलान्यास करने आये थे। आज सिंदरी कारखाने का उद्घाटन ही नहीं, बल्कि रोजगार के हजारों नए अवसरों की शुरुआत हुई है। इस खाद कारखाने के लोकार्पण के साथ ही भारत ने यूरिया के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर से बढ़ा कदम उठाया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 360 लाख एमटी यूरिया की जरूरत होती है, जब 2014 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो उस वक्त देश में 225 एमटी ही यूरिया का उत्पादन होता था, जिसके कारण यूरिया का आयात करना पड़ता था। इसलिए सिंदरी के बंद खाद कारखने को फिर से शुरू कराने और देश को यूरिया के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया था। सरकार के प्रयासों से अब 310 एमटी यूरिया का उत्पादन हो गया है। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि किसानों की जरूरतें भी पूरी होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि झारखंड को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प पूरा होगा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला देश बन गया है। अर्थव्यवस्था के जो आंकड़े हैं, वो काफी उत्साहवर्द्धक है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच 8.4 प्रतिशत की विकास दर हासिल होना यह दिखाता है कि भारत का सामर्थ्य किस गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए झारखंड को भी विकसित बनाना उतना ही जरूरी है। केंद्र सरकार झारखंड को सहयोग कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज झारखंड रेल क्रांति की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन के शिलान्यास हुआ। इस रेल लाइन के शिलान्यास से चंद्रपुरा-धनबाद को नया रूट उपलब्ध होगा, जिससे भूमिगत आग की समस्या का समाधान हो सकेगा। इसके अलावा देवघर-डिब्रूगढ़ ट्रेन की शुरुआत से बाबा बैद्यनाधाम और कामख्या मंदिर एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे से झारखंड के स्पीड में कई गुणा की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस से किसानों को अपने उपज को देश के कोने-कोने भेजने में सुविधा मिलेगी।

Related posts

कोतवाली परिसर में हुआ विदाई समारोह का आयोजन

Manisha Kumari

गिरिडीह : सड़क पार करना राहगीरों के लिए हुआ मुश्किल, हर दिन होते हैं छोटे-बड़े हादसे, सड़क तालाब में तब्दील

News Desk

सतबरवा : विद्यालय तक पहुंचने के लिए नहीं थी सड़क, पगडंडी से होकर पहुंचते हैं बच्चे

Manisha Kumari

Leave a Comment