रिपोर्ट : नन्हे कुमार मौर्य
रायबरेली/ दीनशाहगौरा गदागंज : विकास खण्ड दीनशाह गौरा अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दीनशाहगौरा के चिकित्सा अधीक्षक डा.ज्ञान प्रकाश सिसौदिया से आम जनता मरीज उनके तिमार दारों के द्वारा सराहना की जाती है तो दूसरी ओर अराजक तत्वों के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर से किसी अराजक तत्व को भेजकर फर्जी विडियो बनाकर ब्लैक मेलिंग करने के लिए बदनाम किया जाता है। मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बराबर ईलाज कर अन्दर से ही दवा उपलब्ध कराई जाती है। आस पास कोई भी मेडिकल स्टोर्स नही देखे जा रहे है। हमारे संवाददाता प्रेम चन्द्र श्रीवास्तव ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ ज्ञान प्रकाश सिसौदिया से मुलाकात की चिकित्सा अधीक्षक ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रत्येक कक्ष में ले जाकर दिखाया, जहां किसी प्रकार से कोई अवस्था नही मिली। कई मरीजों से भी जानकारी ली गई। मरीजों के द्वारा पूरी तरह बाहर की दवा मंगाने की बात को खारिज करते हुए बताया कि समय से चिकित्सा अधिकारी अपने अपने कक्ष में आकर बैठ जाते है और बैठते ही मरीजों का ईलाज करते हुए गहन परीक्षण किया जाता है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ ज्ञान प्रकाश सिसौदिया के द्वारा समय समय पर पूरे केन्द्र का निरीक्षण पर्यवेक्षण किया जाता है। मरीजों व उनके तीमार दारों से भी डाक्टर साहब बराबर जानकारी लेते रहते है। इस समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दीनशाहगौरा के चिकित्सा अधीक्षक तथा चिकित्सा अधिकारियों के सही एवं सफल ईलाज से बाहर दूर दराज से लोग अपने मरीजों को ईलाज के लिए लेकर आते है। आस पास के लोगों ने संवाद दाता प्रेम चन्द्र श्रीवास्तव से बताया कि भैय्या बडे डाक्टर साहब मानव नही बल्कि ईश्वर के दूसरे रूप है मरीजों की देखभाल, नाश्ता पानी भोजन की उत्तम व्यवस्था की जाती है। हमारे सामने ही एक मरीज को उसके तीमार दार दूर सूंची से लेकर आया था। उस बेचारे के पास से पैसा कही गिर गया जो बाहर रो रहा था चिकित्सा अधीक्षक डॉ ज्ञान प्रकाश सिसौदिया ने ममता भरी मानवता दिखाई और अपने पास से एक हजार रूपये तीमार दार को दिया। पैसा पाकर मरीज व तीमार दार चिकित्सा अधीक्षक डॉ ज्ञान प्रकाश सिसौदिया को दुवाओं से लाद दिया और कहा कि ईश्वर सबका मालिक होता है आज डाक्टर साहब ईश्वर के रुप में हमे मिले सेन्टर के अन्दर से दवा भी दिया और मेरे वह मरीज को घर तक जाने के लिए किराया भी दिया। ऐसे लोग सदैव सौभाग्य शाली होते हैं हम लोगों आज डाक्टर रुपी ईश्वर को अपनी आंखों से देखा है।