जारीडीह बाजार स्थित गुरुद्वारा गली निवासी अभिषेक कुमार पिता स्वर्गीय घनश्याम प्रसाद थाना गांधीनगर जिला बोकारो के निवासी अभिषेक कुमार मानसिक रूप से विक्षित थे। विगत चार पांच 2018 को अपने गांव जरीडीह बाजार से लापता हुए थे। इसकी काफी खोजबीन करने के बाद भी वह नहीं मिला जिसकी सूचना स्थानीय गांधीनगर थाना में भी दर्ज कराई गई थी। उनके पिता स्व घनश्याम प्रसाद काफी हताश थे। उसे वापस लाने के लिए इसी बीच बांग्लादेश से एक सूचना आई कि वह बांग्लादेश के जेल में बंद है। इसी बात को लेकर समाज सेवी सह राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के स्टेट सेक्रेटरी अनिल अग्रवाल से मिलकर उक्त मामले पर अपनी मदद मांगी। अनिल अग्रवाल ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए स्थानीय बोकारो एसपी और डीसी के साथ-साथ झारखंड के गवर्नर सहित केंद्रीय मंत्रियों से संपर्क कर उनकी वतन वापसी के लिए मार्ग प्रशस्त कराया और हाई कमिशन में भी उनकी लगातार वार्ता होती रही। जिसका परिणाम है कि अभिषेक कुमार की सकुशल आज वतन वापसी हो पाई है। इससे परिवार के लोग काफी खुश है, लेकिन उनकी मानसिक हालत कुछ ठीक नहीं है। उन्हें इलाज के लिए रांची ले जाने की तैयारी की जा रही है।

अभिषेक कुमार की मां ने कही कि अभिषेक कुमार के वतन वापसी का श्रेय सिर्फ और सिर्फ अनिल अग्रवाल को जाता है। उनके अथक प्रयास से यह इतना बड़ा काम संभव हो पाया है। मैं और पूरा परिवार अनिल अग्रवाल जी को अपनी ओर से धन्यवाद देती हूं। इस मामले पर श्री अग्रवाल ने बताया कि इनके पिता से घनश्याम दास जी अपने बेटे के रिहाई के गुहार लगाई थी। जिसके तहत हमने काफी अधिकारियों से संपर्क किया और आज अभिषेक कुमार सकुशल घर वापस आया। इसके लिए भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार को मैं बधाई देता हूं और तमाम अधिकारियों को बधाई देता हूं जिन्होंने इस कार्य में मदद किया। मौके पर ओमप्रकाश कश्यप, मुकेश सिन्हा, पंकज साव, निरल कुमार, जितेंद्र रजक सहित कई लोग उपस्थित थे।