रिपोर्ट : नसीफ खान
मध्यप्रदेश के कन्नौद मे हो रहा सागवान का काला व्यापार, दिन के उजाले में झाड़ियों को काटते है, और रात मे गाड़ियां भरके रवाना कर देते है। मगर जब मिडीया टीम ने फॉरेस्ट अधिकारियो को इसकी सूचना दी तो, अधिकारी कहते है की आप SDM या तेहसीलदार को फोन लगा लो। आखिर वजह क्या है जो एसडीओ से लेकर रेंजर अधिकारी तक इस बात को नजर अंदाज कर देते हैं, और सागवान के भ्रष्ट व्यापारी खुलेआम सागवान तथा आम के झाड़ काट देते है। खुलेआम गाड़ियों में भर के सागवान के लकड़ियों को लेजा रहे हैं। सागवान की तस्करी करना अपराध है, किन्तु फिर भी इनके हौसले नजाने किस के दम पर बुलंद है। पत्रकारों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी एसडीओ रेंजर अधिकारी इस बात को नजरअंदाज कर रहे हैं और कहते है की जब गाङी भरा जाएगा तो हमे सूचित कर देना, ये अंदाज है इनके काम करने का। मगर बात यहा खत्म नही होती है, सागवान से भरी ट्राली जब जवान ने पकड़ते हैं लेकिन उसे रास्ते में ही छोड़ देते हैं, और कहते हैं इसमें थोड़ी बहुत लकड़ी है, ये बहुत ही शर्म की बात है हमारे लोकतंत्र के लिए। रात को 12:00 बजे माफीया के लोग गाड़ी भर कर लेजा रहे है, किन्तु इन्हें रोकने-टोकने वाले कोई नहीं। जेसीबी रात में चल रही है, उसी दौरान वही के एक जिम्मेदार नागरिक को फोन किया जाता है, मगर फिर वही बयान दोहराए जाते हैं कि, जब गाङी भरा जाए तो फोन कर देना, मगर अफसोस की बात है कि, गाङी पकङी भी जाती है जवानो द्वारा, लेकिन थोङी ही देर बाद वही होता है जो हमेशा से होते आया है, गाड़ी छोङ दी जाती है। क्या इस भ्रष्टाचार में रेंजर ऑफिसर या अन्य ऑफिसर की मिली भगत से या फिर किसी बड़े बाहुबली के नेतृत्व में यह काम हो रहा है, जिससे एसडीओ से लेकर रेंजर अधिकारी उसको रोकने को घबराते हैं। जब लोग शिकायत करते हैं तो कहते हैं, अधिकारियो द्वारा फोन नही उठाया जा रहा है, और सागवान से भरा वाहन वहा से रवाना कर दीया जाता है। यह हमारे लोकतंत्र के लिए बङे ही शर्म की बात है।
घटना स्थल
वार्ड क्रमांक 15 सातवा सोल्ड एक्सिस बैंक के साइड में भूमि है, और विवादित भी है, बता दें कि शासकीय रास्ता भी वहीं से गया है, उसी क्षेत्र में भारी मात्रा में सागवान और आम की लकड़ियों को काटा जा रहा है। इस विवादित भूमि का मामला न्यायालय में लंबित है , जो कि अभी तक कोई फैसला नहीं आया है।