गिरीडीह के पूर्व सांसद रविन्द्र कुमार पांडेय के फुसरो स्थित आवासीय कार्यालय में मजदूर नेता स्वर्गीय कृष्ण मुरारी पांडेय की 29 वी पुण्यतिथि मनाई गई। सर्वप्रथम स्वर्गीय कृष्ण मुरारी पांडेय के प्रतिमा पर लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 16 वीं लोकसभा के सांसद रविंद्र कुमार पांडे ने कहा कि मेरे पिताजी मेरे जीवन के प्रेरणा स्रोत हैं। मुझे हर परिस्थिति में मुझे उनसे कुछ ना कुछ सीखने का मौका मिला है और मैं उनके बताए गए आदर्श पर चलता हूं। और निरंतर चलता रहूंगा। वे अंतिम समय तक लोगों की सेवा करते रहें। वे दबे कुचले के आवाज थे। गिरीडीह लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी उषा सिंह ने कहा कि स्वर्गीय कृष्ण मुरारी पांडेय ने अपने सुख-सुविधा त्यागकर केवल समाज के दबे-कुचले लोगों का उपर उठाने के लिए संर्घष किए। उन्होंने सीसीएल की नौकरी से इस्तीफा देकर समाज और मजदूर हित में अतिंम समय तक कार्य किये। जिसके कारण आज समाज के हर तपके के बीच लोकप्रिय है। उनकी विचारधारा और आर्दशों की समाज में स्थापित करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजली होगी। अघ्यक्षीय भाषण वरीय नेता मधुसूदन प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वर्गीय पांडेय अपने लिए पूरी जिदंगी नही जिए, बल्कि दुसरो के लिए ही संर्घष करते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बिन्देष्वरी दूबे के साथ कंधा से कंधा मिलाकर मजदूरों का काम करते रहे।

मजदूर नेता देवतानंद दूबे, अजय सिंह और बैजनाथ सिंह ने कहा कि जात-पात, धर्म-संप्रदाय से उपर उठकर बिना भेद-भाव के स्वर्गीय पांडे ने लोगों की सेवा की। अध्यक्षता मघूसूदन प्रसाद सिंह और धन्यवाद ज्ञापन भाई प्रमोद सिंह ने किया। मौके पर सुशासन दल के अध्यक्ष राम किंकर पांडेय, बीएमएस नेता संत सिंह, झामुमो नेता भोलू खान, दीपक महतो, बृज बिहारी पांडेय, मोहम्मद सरफुद्दीन, रामनरेश दुबे, दिनेश पाण्डेय, रण विजय सिंह, जितेन्द्र दूबे, मृत्युंजय पांडे, दिनेश सिंह, मुकेश मिश्रा, झबबू तिवारी, बंसत पाठक, जितेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, टुनटुन तिवारी, रमेश स्वर्णकार, मदन खुराना, मनोज रवानी, अनिल रजवार, शिवशंकर दूबे, शंकर सिंहा, शभू प्रसाद, नवल किशोर सिंह, अरूण कुमार, शिव प्रकाश पांडेय आदि लोग मौजुद थे।