रिपोर्ट : अविनाश कुमार
भारत ऐसे ही धर्म प्रधान देश नहीं कहा जाता है। जहा सभी धर्म के लोग अपनी अपनी तीज त्योहार पूरे उत्साह व सिद्द के साथ मनाते हैं। इसी एक नजारा आज बेरमो काँयलांचल के कथारा दो नंबर आईबीएम कॉलोनी में देखने को मिला। जब अहले सुबह से ही सभी क्षेत्रों की महिलाएं अपने पास के वटवृक्ष के समीप जमा होकर पुजा अर्चना की और अपने अपने पति की लंबी आयु की कामना की।

धार्मिक मान्यता के अनुसार आज के दिन जो भी सोहागन महिलाए होती हैं। वे पुरे दिन उपवास रखती है और सुबह सुबह स्नान आदि कर तथा सोलहो सिंगार कर पुजा कि थाली लेकर वटवृक्ष के समीप एकत्र होते हैं। जहां मौजूद पंडित पुरोहित पुजा अर्चना का कार्यक्रम सम्पन्न करवाते हैं। लोगो की माने तो आज के ही दिन सावित्री अपने पति श्रवण कुमार के प्राण यमराज से वापस पाई थी, जब से ही इस पुजा की शुरूआत हुई जो आज तक पुरे श्रद्धा के साथ जारी है।