Lunar eclipse 07 September 2025 : प्रायः प्रत्येक वर्ष 4 ग्रहण लगते हैं जिसमें 2 ग्रहण सूर्यग्रहण और 2 चंद्रग्रहण होता है l विक्रम संवत 2082 ( अंग्रेजी वर्ष 2025 ) में भी चार ग्रहण है जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण है l
07 सितंबर 2025 भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा रविवार को शतभिषा नक्षत्र में कुम्भ राशि पर चंद्रग्रहण लगेगा l
कब से कब तक होगा चंद्र ग्रहण
भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा रविवार 07 सितंबर 2025 को काशी के पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण रात्री 09 बज कर 57 मिनट से आरंभ हो कर रात्री 01 बज कर 27 मिनट पर ग्रहण का मोक्ष होगा l
किन राशियों को ग्रहण शुभ होता है ?
जिन राशियों के 3, 6, 10 और 11 वें भाव पर ग्रहण होता है उन्हें विशेष शुभ और लाभ की प्राप्ति होती है l
जिनके प्रथम चतुर्थ अष्टम और द्वादश ( 1, 4, 8, 12 ) भाव में ग्रहण होता है उन्हें विशेष कष्ट होता है l
शेष राशियां जिनके 2, 5, 7 और 9 वें भाव में ग्रहण होता है उन्हें भी कहीं न कहीं से कुछ परेशानियां होती है l
07 सितंबर 2025 के ग्रहण से मेष, वृष, कन्या और धनु राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा l
कहां कहां यह चंद्रग्रहण दिखाई देगा ?
यह ग्रहण पूरे भारतीय भू-भाग पर दिखाई देगा l
इसके अलावे यह ग्रहण अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, आस्ट्रेलिया, एशिया, हिंद महासागर, युरोप और पूर्वी अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा l
ग्रहण कब से कब तक दिखेगा ?
रात्री 09.57 से 01.27 तक भारतीय भू भाग में कहीं से भी देखा जा सकता है
ग्रहण का सूतक काल
सूर्य ग्रहण में 12 घंटे तथा चंद्र ग्रहण में ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है l किंतु सूतक काल वही लगता है जहां ग्रहण दिखाई देता है और वही के ज़न मानस तथा जीवों पर ग्रहण का प्रभाव भी पड़ता है l
इस चंद्र ग्रहण का सूतक 07 सितंबर 2025 रविवार को दिन में 12.57 से लग जाएगा l
सूतक काल से ग्रहण की अवधि तक अन्न और जल का उपयोग करना शास्त्र सम्मत नहीं
7 सितंबर 2025 का चंद्रग्रहण और 12 राशियों पर ग्रहण का प्रभाव
मेष राशि के जातकों को लाभ उन्नति यश ख्याति की प्राप्ति हो सकती है l
वृषभ राशि के जातकों को सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है l
मिथुन राशि के जातकों मान सम्मान में कमी हो सकती है l
कर्क राशि के जातकों को यह ग्रहण कष्ट कारक हो सकता है l
सिंह राशि के जातकों को इस ग्रहण के प्रभाव से स्त्री पीड़ा हो सकती है l
कन्या राशि के जातकों को यह ग्रहण सुख कारक हो सकता है l
तुला राशि के जातकों के लिए ग्रहण चिंता कारक सिद्ध हो सकता है l
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए व्यर्थ के खर्च वृद्धि और हानिकारक हो सकता है l
धनु राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण लक्ष्मी की प्राप्ति तथा लाभदायक सिद्ध हो सकता है l
मकर राशि के जातकों के लिए य़ह ग्रहण पारिवारिक कलह और धन हानि कारक हो सकता है l
कुंभ राशि के जातकों के लिए य़ह ग्रहण शारीरिक कष्ट और घातक हो सकता है l
मीन राशि के जातकों को हानि के साथ अत्यधिक कष्ट की संभावना बन रही है l