India US Trade Deal : वैश्विक व्यापार पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के बीच भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) को लेकर बातचीत का सिलसिला एक बार फिर शुरू होने जा रहा है। अमेरिकी टैरिफ नीति से उपजे तनाव के बाद यह पहला मौका है जब दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल आमने-सामने होंगे। इस वार्ता को भारत-अमेरिका आर्थिक रिश्तों में एक नई दिशा देने की उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रंप प्रशासन के प्रमुख व्यापार वार्ताकार ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल सोमवार रात भारत की राजधानी नई दिल्ली पहुंच चुका है। इस बार की चर्चा इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि रूस से तेल खरीद पर भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ के बाद द्विपक्षीय रिश्तों में अप्रत्याशित खटास आ गई थी। अब दोनों देशों के नेताओं की हालिया सकारात्मक टिप्पणियों से संकेत मिल रहे हैं कि रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश हो रही है।

वार्ता का नया अध्याय, लेकिन आधिकारिक ‘छठा दौर’ नहीं
वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव और भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यह बैठक औपचारिक तौर पर बीटीए वार्ता का ‘छठा दौर’ नहीं है। हालांकि, व्यापार समझौते को लेकर गंभीर चर्चा अवश्य होगी और आगे की रणनीति तय की जा सकती है। उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच पिछले कुछ महीनों से वर्चुअल माध्यम के जरिए साप्ताहिक संवाद जारी था, लेकिन अब प्रत्यक्ष बातचीत से प्रगति की उम्मीद है।
इससे पहले, 25 अगस्त को छठे दौर की बातचीत प्रस्तावित थी, लेकिन अमेरिका द्वारा एकतरफा टैरिफ लगाए जाने के बाद यह वार्ता स्थगित कर दी गई थी।
कौन हैं ब्रेंडन लिंच?
ब्रेंडन लिंच ट्रंप प्रशासन के अधीन दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि हैं, वे क्षेत्र के 15 देशों के साथ व्यापार नीति के विकास और क्रियान्वयन की निगरानी करते हैं। साथ ही, भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम (TPF) और TIFA (Trade and Investment Framework Agreements) जैसे प्रमुख मंचों पर होने वाली गतिविधियों का समन्वय भी करते हैं।
टैरिफ पर टकराव और ट्रंप का बदला रुख
ट्रंप द्वारा भारत पर अतिरिक्त 25% शुल्क समेत कुल 50% टैरिफ लगाने की घोषणा से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों में अस्थायी खटास आ गई थी। लेकिन हाल के दिनों में ट्रंप ने अपने सुर नरम करते हुए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुले तौर पर तारीफ की है। उन्होंने ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं और विश्वास है कि दोनों देश व्यापार वार्ता को सफलतापूर्वक अंजाम देंगे।
उज्जवल भविष्य की आशा : मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप के बयानों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं और मौजूदा व्यापार वार्ताएं इस साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करेंगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोनों देशों की टीमें इन चर्चाओं को जल्द नतीजे तक पहुंचाने के लिए तत्पर हैं।