स्वार–बाजपुर मार्ग स्थित एक भवन में रविवार को समय तीन बजे आयोजित समाज सुधार बैठक ने मुस्लिम समाज में नई चेतना जगाने का काम किया। इस बैठक में सर्वसम्मति से समाज की कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने और युवाओं के बेहतर भविष्य की राह प्रशस्त करने हेतु कई अहम फैसले लिए गए।
बैठक में तय किया गया कि अब समाज में होने वाली शादियां नबी पाक की सुन्नत के अनुसार सरल और सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न होंगी। शादी समारोहों में फिजूलखर्ची, बैंड-बाजा और डीजे का पूरी तरह बहिष्कार किया जाएगा। इसके साथ ही दहेज की मांग करने वाले व्यक्ति को समाज से बाहर करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। इसके अलावा बेटियों को समान अधिकार देते हुए विरासत में बराबरी का हिस्सा देने पर भी विशेष बल दिया गया।

बैठक में मौजूद सांसद मोहिबुल्ला नदवी ने समाज को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे कदम न केवल कुरीतियों को समाप्त करेंगे, बल्कि नई पीढ़ी को सही दिशा देने में मील का पत्थर साबित होंगे। वहीं, उपस्थित बुजुर्गों, धार्मिक विद्वानों और समाजसेवियों ने इन संकल्पों को समाजहित में बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए सभी लोगों से नीतियों का पालन करने की अपील की।
बैठक में मुफ्ती निजामत, शुएब कासमी, अली आदिल खां, हाजी सदाकत, हामिद गोल्डन, जमीर अहमद खां, जाबिर देश प्रेमी, खलील अहमद, हाजी इरफान अहमद, हाजी फरजंद अली, हाजी आबिद, जाहिद अली, हाजी अशफाक, हाशिम हुसैन, इमदाद हुसैन सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए।