BKU Tikait protests in Raebareli : रायबरेली जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों की बदहाल स्थिति और बढ़ती समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का विवरण

रायबरेली जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों की बदहाल स्थिति और बढ़ती समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आज दिनांक 17 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को दोपहर करीब 3:00 बजे दर्जनों पदाधिकारी और किसान यहां पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम 17 सूत्री ज्ञापन सौंपा।
प्रमुख मांगें
किसानों ने अपनी मांगों में खेती की बढ़ती लागत, आवारा पशुओं से फसलों को होने वाले नुकसान, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी दर्जा देने और फसल बीमा योजना में सुधार जैसी प्रमुख मुद्दों को शामिल किया है। इसके अलावा, छोटे व सीमांत किसानों के ऋण माफ करने, स्मार्ट मीटर प्रणाली को समाप्त करने, कृषि इनपुट पर टैक्स में छूट देने तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि की राशि को 6000 रुपये से बढ़ाकर 12000 रुपये वार्षिक करने की मांग की गई है।
अन्य महत्वपूर्ण मांगें
ज्ञापन में किसान पेंशन योजना को लागू करने और किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमों को वापस लेने की भी बात कही गई है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार इन मांगों पर शीघ्र निर्णय लेती है, तो प्रदेश का किसान वर्ग आत्मनिर्भर बनेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
किसानों की स्थिति पर चिंता
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने बताया कि बढ़ती महंगाई और सरकारी नीतियों के कारण उनकी स्थिति बदतर होती जा रही है। आवारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे हैं, जबकि बीमा योजनाओं में सुधार न होने से नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती। भाकियू टिकैत के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आगे बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
यह प्रदर्शन रायबरेली में किसानों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को उजागर करता है और सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील करता है।