Swang Shatchandi Mahayagya : गोमिया प्रखंड के स्वांग न्यू माइंस स्थित मां भगवती दुर्गा मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी भव्य श्री श्री शतचंडी महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। नौ दिन तक चलने वाले इस महायज्ञ की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ हो गई है। 19 जनवरी से 27 जनवरी तक चलने वाले इस धार्मिक महोत्सव में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचेंगे और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करेंगे।
सोमवार को मंदिर परिसर में पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ध्वजारोहण किया गया। इस शुभ कार्य को पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने श्रद्धालुओं के साथ मिलकर संपन्न कराया। ध्वजारोहण के बाद मंदिर परिसर मंत्रों की गूंज और भक्ति भाव से भर उठा। मां भगवती की जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।

धार्मिक कार्यों से मिलती है मन की शांति : डॉ. लंबोदर महतो

ध्वजारोहण के बाद लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान सिर्फ दुनिया के कामों में लगा रहता है, लेकिन उसे अपने लिए भी कुछ समय निकालना चाहिए। धार्मिक कार्यों में समय देना चाहिए। यज्ञ-हवन और पूजा-पाठ से मन को शांति मिलती है। साथ ही ऐसे महायज्ञ से पूरे इलाके की वायु शुद्ध होती है और क्षेत्र पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि स्वांग में सालों से यह परंपरा चली आ रही है और इसे आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना हम सबका दायित्व है।
सालों से चली आ रही परंपरा, इस बार भी धूमधाम से मनाया जाएगा
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि स्वांग न्यू माइंस में पिछले कई वर्षों से शतचंडी महायज्ञ का आयोजन होता चला आ रहा है। यह इलाके का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। इस बार भी इसे बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। नौ दिन तक सुबह-शाम हवन, पूजा, भजन-कीर्तन और प्रवचन का दौर चलता रहेगा। रात में भव्य भजन संध्या और रासलीला का आयोजन होगा।
वाराणसी-अयोध्या से आएंगे बड़े-बड़े कथावाचक
समिति के लोगों ने बताया कि इस बार महायज्ञ में वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज जैसे पवित्र स्थानों से प्रसिद्ध कथावाचक और प्रवचनकर्ता पधार रहे हैं। ये पंडित जी और महात्मा जी रोजाना शाम को दुर्गा सप्तशती पाठ और मां भगवती की महिमा का गुणगान करेंगे। उनकी कथा सुनने के लिए आसपास के दर्जनों गांवों से श्रद्धालु आएंगे।
वृंदावन की मशहूर रासलीला पार्टी दिखाएगी लीला
महायज्ञ की सबसे बड़ी आकर्षण वृंदावन से आ रही रासलीला मंडली होगी। नौ दिनों में अलग-अलग रातों को राधा-कृष्ण की लीला, राम जन्म, कैकेयी मना रही माता, भरत मिलाप जैसी कई लीलाएं दिखाई जाएंगी। बच्चे-बूढ़े सभी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। रासलीला देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।
मीना बाजार में बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए मनोरंजन
महायज्ञ के साथ ही मंदिर परिसर में विशाल मीना बाजार भी लगेगा। इसमें झूले, चाट-पकौड़ी, खिलौने, कपड़े, बर्तन, मिठाई आदि की सैकड़ों दुकानें सजेंगी। बच्चों के लिए चकरी, मौत का कुआं, छोटी-बड़ी झूले होंगी। शाम ढलते ही पूरा मेला रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाने लगेगा। रात 10-11 बजे तक लोगों की भीड़ लगी रहेगी।
इलाके के गणमान्य लोग रहे मौजूद

ध्वजारोहण के मौके पर इलाके के कई बड़े लोग मौजूद रहे। इनमें आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव राजेश विश्वकर्मा, पूर्व मुखिया बिनोद पासवान, रासबिहारी सिंह, मनोज सिंह, मिथिलेश पाठक, विजय सिंह, परमानंद झा, विपिन कुमार, बिनोद यादव, केवी पांडेय, निरंजन प्रसाद, उदयभान सिंह, रामधीन प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, रविंद्र सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे। सभी ने मां भगवती से क्षेत्र में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।
नौ दिन तक चलेगा धार्मिक उत्सव
19 जनवरी से शुरू होकर 27 जनवरी तक चलने वाले इस महायज्ञ में रोजाना सुबह हवन, दुर्गा सप्तशती पाठ, शाम को महाआरती और रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। अंतिम दिन विशाल भंडारे का आयोजन होगा जिसमें हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे।
स्वांग और आसपास के लोग महीनों से इस महायज्ञ का इंतजार कर रहे थे। ध्वजारोहण के साथ ही पूरे इलाके में उत्साह का माहौल है। हर घर में मां भगवती के जयकारे लग रहे हैं। यह आयोजन सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता का भी बड़ा प्रतीक है। सभी जाति-धर्म के लोग एक साथ मिलकर इसे सफल बनाते हैं।










