प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के जरीडीह बाजार शाखा के तत्वधान में महाशिवरात्रि महोत्सव आकर्षक झांकी तथा नगर भ्रमण कर मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि समाजसेवी अनिल अग्रवाल के द्वारा झंडोत्तोलन कर किया गया। मौके पर श्री अग्रवाल ने कहा कि मनुष्यों को निर्विकार और पवित्र बनाने के लिए परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण धरा पर होता है, कहा कि दुनिया में भौतिक प्रगति बहुत हुई है, लेकिन जीवन में सुख और शांति कम होती जा रही है। हम सभी चाहते हैं कि यह विश्व सुखमय बने और समाज में सद्भावना हो लेकिन यह तभी संभव है जब हमारे मन में सभी के लिए शुभ कामना होगी। उन्होंने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्थान में सिखाए जा रहे राजयोग के अभ्यास से मन की वृत्तियां शुद्ध होती हैं। कहा कि शिवलिग पर पानी मिश्रित दूध और दही की धार टपकाने का मतलब है कि हम अपनी बुद्धि का तार सतत रूप से परमात्मा से जोड़कर रखें। बेलपत्र चढ़ाने का तात्पर्य है कि परमात्मा के प्रति समर्पित भाव रखें। धतूरे जैसे सुगन्धहीन और कांटेदार फूल भेंट करने का रहस्य है कि अपनी बुराइयों और विकारों को जो कि कांटों की तरह दुख पहुंचाते हैं, परमात्मा को अर्पित कर निर्विकारी और पवित्र बनें।

उन्होंने कहा कि परमपिता ने इस संसार में सभी को जिम्मेदारियां निर्धारित करके भेजा है। वही संस्था के छोटे साव जी कहा की आज्ञा अंधेरा मन का हटाकर ज्ञान का दीपक जलाएं खुद को जाने शिव को पहचाने तब ही सच्ची शिवरात्रि मनाएं मौके पर पुरसोतम साव,छोटेलाल भाई, प्रदीप साव सुनील सोनी, पवन श्रीवास्तव, काजू साव, सरद अग्रवाल, बहन सूचिका, अंजू, आरती, मालती माताजी, प्रमिला, शांति माताजी, पार्वती माता जी सहित कई लोग मौजूद थे।