Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक और धमकी की घटना ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। भाजपा के स्थानीय नेता और प्रमुख व्यवसायी दुर्गेश कुमार सिंह को अज्ञात नंबर से फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने साफ चेतावनी दी कि अगर सिंह नोएडा से गोरखपुर लौट आए, तो उन्हें गोली मार दी जाएगी। पीड़ित ने धमकी की कॉल रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा है, जिसके आधार पर गोरखपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि, पुलिस अभी तक आरोपी का सुराग नहीं लगा पाई है, जिससे पीड़ित के परिवार में दहशत का माहौल है।
घटना का पूरा विवरण

जानकारी के अनुसार, दुर्गेश कुमार सिंह, जो भाजपा की स्थानीय इकाई में सक्रिय सदस्य हैं और शहर में एक बड़े व्यवसाय संचालित करते हैं, हाल ही में नोएडा में कुछ व्यापारिक कार्यों के सिलसिले में गए हुए थे। शुक्रवार शाम को जब वे गोरखपुर लौटने की तैयारी कर रहे थे, तभी एक अज्ञात नंबर से उनके मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने हिंसक भाषा में कहा, “तू नोएडा से गोरखपुर आया तो तेरी हवा निकाल देंगे। गोली मारकर खत्म कर देंगे।” धमकी इतनी साफ और भयावह थी कि सिंह ने तुरंत कॉल को रिकॉर्ड कर लिया।
सिंह ने बताया, “मैं भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता हूं और व्यवसाय के कारण अक्सर नोएडा जाता रहता हूं। इस धमकी का कोई स्पष्ट कारण समझ नहीं आ रहा। शायद मेरे राजनीतिक कार्यों या व्यापारिक प्रतिस्पर्धा से जुड़ा हो। लेकिन परिवार में दहशत का माहौल है। पत्नी और बच्चे डरे हुए हैं, और हम सब सतर्क हो गए हैं।” उन्होंने पुलिस से तत्काल सुरक्षा और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है।
पुलिस कार्रवाई: मामला दर्ज, लेकिन आरोपी फरार
पीड़ित ने देर रात गोरखपुर के स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई। धमकी की रिकॉर्डिंग को साक्ष्य के रूप में पेश किया गया, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 351 (आपराधिक धमकी) और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। गोरखपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “कॉल डिटेल्स और रिकॉर्डिंग की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी गई है। नंबर को ट्रेस करने का प्रयास जारी है। आरोपी की लोकेशन बिहार या दिल्ली-एनसीआर से जुड़ी हो सकती है, लेकिन जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।”
हालांकि, 24 घंटे बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। सूत्रों के मुताबिक, कॉलर ने वॉट्सऐप या वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया हो सकता है, जिससे ट्रैकिंग में देरी हो रही है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर डेटा की भी जांच शुरू कर दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और संभावित कारण
भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह सनातन विरोधी ताकतों की साजिश हो सकती है। गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ है, यहां कार्यकर्ताओं को धमकाना असहनीय है। पार्टी उच्च स्तर पर हस्तक्षेप करेगी।” विपक्षी दलों ने भी मामले को गंभीर बताते हुए पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तनाव से प्रेरित हो सकती है, जहां हाल ही में गोरखपुर से सांसद रवि किशन को भी इसी तरह की धमकी मिली थी। सिंह के राजनीतिक बयानों या व्यापारिक विवादों को भी कारण माना जा रहा है।
पीड़ित परिवार की दहशत
दुर्गेश सिंह ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा, “हमारा परिवार अब घर से बाहर निकलने में हिचक रहा है। बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं। पुलिस से अपील है कि जल्द आरोपी को पकड़ें, वरना हम मजबूर हो जाएंगे।” स्थानीय निवासियों ने भी सुरक्षा की मांग की है, खासकर राजनीतिक रूप से सक्रिय लोगों के लिए।
पुलिस ने पीड़ित को हेल्पलाइन नंबर और साइबर सेल से संपर्क करने की सलाह दी है। मामला अभी भी जांच के दायरे में है, और अपडेट के लिए गोरखपुर पुलिस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर नजर रखी जा रही है। यह घटना गोरखपुर में बढ़ती धमकियों की श्रृंखला का हिस्सा लग रही है, जहां हाल के दिनों में कई भाजपा नेताओं को निशाना बनाया गया है।










