Breast Cancer Awareness Program : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स रायबरेली, उत्तर प्रदेश) के कैंसर विभाग के डॉक्टर न केवल मरीजों का इलाज कर रहे हैं, बल्कि इस बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सक्रिय अभियानों में भी शामिल हैं।
ऐसे ही एक कार्यक्रम का आयोजन एम्स रायबरेली, उत्तर प्रदेश के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा किया गया। आम जनता के लिए स्तन कैंसर जागरूकता पर सोमवार 28 अक्टूबर 2024 को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के सहायक प्रोफेसर और कार्यक्रम के आयोजक लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. गौरव त्रिवेदी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इस अभियान के साथ, संस्थान स्थानीय लोगों में इस बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करने की योजना बना रहा है।

उन्होंने सोमवार को एम्स रायबरेली, उत्तर प्रदेश के ऑन्कोलॉजी ओपीडी में एक व्याख्यान दिया जिसमें समाज पर स्तन कैंसर के बोझ, शीघ्र पहचान और समय पर प्रबंधन की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने इस रोग के सामान्य लक्षणों, बीएसई (स्तन स्व-परीक्षण) की तकनीक, जोखिम कम करने की रणनीतियों, स्तन कैंसर के उपचार विकल्पों और स्तनपान की सुरक्षात्मक भूमिका पर भी दर्शकों को ज़ोर दिया।
कार्यकारी निदेशक और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. अमिता जैन ने कहा कि इस रोग के बारे में जागरूकता की कमी और गतिहीन जीवनशैली स्तन कैंसर के बढ़ते मामलों के दो मुख्य कारण हैं। उन्होंने रोग की उचित जाँच और शीघ्र उपचार पर ज़ोर दिया, जिसका निदान सरल जाँच विधियों द्वारा किसी भी प्रारंभिक अवस्था में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता एक सरल लेकिन रोग के उचित उपचार के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।
इस कार्यक्रम में प्रो. नीरज कुमारी (डीन अकादमिक), उप निदेशक (प्रशासन) कर्नल अखिलेश सिंह, वित्तीय सलाहकार कर्नल यू एन राय, एएमएस डॉ. नीरज कु. श्रीवास्तव, डीएमएस, डॉ. अरुणप्रीत कौर, डॉ. के डी सिंह और डॉ. अविनाश चंद्र सिंह (सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट) सहित प्रतिष्ठित संकाय सदस्य, अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ एवं मरीज उपस्थित थे।
रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की सहायक प्रोफेसर डॉ. रूपाली ने स्तन कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए आम जनता के सभी हितधारकों के सहयोगात्मक प्रयासों पर ज़ोर दिया। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन भी किया।










