Gold Silver Prices : पिछले कुछ महीनों से रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहे सोने और चांदी की चमक अब फीकी पड़ने लगी है। वैश्विक संकेतों और कमजोर मांग के चलते दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट वायदा बाजार (Futures Market) से लेकर हाजिर सर्राफा बाजारों तक देखी जा रही है, जिसने निवेशकों को नए सिरे से अपनी रणनीति पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
कुछ समय पहले तक सोना और चांदी सुरक्षित निवेश के सबसे पसंदीदा विकल्प बने हुए थे। भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों ने इनमें जमकर पैसा लगाया था, जिससे कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थीं। हालांकि, अब बाजार का रुख बदलता दिख रहा है और कीमतों में नरमी का दौर शुरू हो गया है।

वायदा बाजार में गिरावट का रुख
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने और चांदी के वायदा अनुबंधों में तेज गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में सोने के वायदा भाव में नरमी आई, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले कम स्तर पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह, चांदी के वायदा भाव में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती और मुनाफावसूली के दबाव के कारण यह गिरावट आई है।
क्यों सस्ता हो रहा है सोना-चांदी?
कीमतों में इस गिरावट के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। सबसे प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को लेकर सख्त रुख अपनाना है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो बिना ब्याज वाले निवेश जैसे सोने का आकर्षण कम हो जाता है। इसके अलावा, शेयर बाजारों में आई तेजी ने भी निवेशकों का ध्यान कीमती धातुओं से हटाकर इक्विटी की ओर खींचा है। कई निवेशक ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे बाजार पर अतिरिक्त दबाव बना है।
देश के प्रमुख शहरों में क्या हैं भाव?
वायदा बाजार के अलावा, देश भर के सर्राफा बाजारों में भी सोने की कीमतों में नरमी आई है। हालांकि, अलग-अलग शहरों में टैक्स और अन्य शुल्कों के कारण कीमतों में थोड़ा अंतर होता है।
आमतौर पर 24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध माना जाता है और इसका इस्तेमाल सिक्कों और बार बनाने में होता है, जबकि 22 कैरेट सोने का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है। कीमतों में गिरावट के बाद खरीदारों, खासकर शादी-ब्याह के लिए खरीदारी करने वालों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है।
निवेशकों के लिए क्या हैं मायने?
सोने-चांदी की कीमतों में आई यह गिरावट निवेशकों के लिए एक अवसर और चुनौती दोनों है। जो लोग ऊंचे दामों पर खरीदारी करने से चूक गए थे, उनके लिए यह ‘गिरावट पर खरीदारी’ (Buy on Dips) का मौका हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशकों को बाजार के रुझानों पर नजर रखनी चाहिए और एकमुश्त निवेश के बजाय किस्तों में खरीदारी करने पर विचार करना चाहिए। लंबी अवधि के लिए सोना अब भी एक मजबूत निवेश विकल्प माना जाता है।










