Teacher Turns Murderer: मेरठ (Meerut) के वेदव्यासपुरी इलाके (Vedvyas Puri) से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक महिला का शव रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में पड़ा मिला, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी। शुरुआती जांच में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले, लेकिन पूरे मामले का सच जानने के लिए विशेषज्ञ टीम ने तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने मात्र चार दिनों में ही इस हत्या के पीछे छिपा रहस्य उजागर कर दिया है। आरोपी का प्रोफाइल और हत्या का तरीका सबको चौंका रहा है। अब सवाल यह है कि आखिर किस वजह से यह हत्या हुई और आरोपी को पुलिस ने कैसे पकड़ लिया? आइए जानते हैं पूरी खबर।
घटना का खुलासा और शव का पता लगना

4 अक्टूबर 2025 को रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में एक महिला का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। राहगीरों ने शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। टीपी नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को शवपरीक्षा (Postmortem) के लिए भेजा और हत्या का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने तुरंत ही मामले की गहन जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में शव की पहचान अनीता पत्नी दारा सिंह, निवासी सरसवा थाना दौराला, मेरठ के रूप में हुई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और साक्ष्यों के आधार पर जांच तेज की, जिससे चार दिनों के भीतर ही हत्यारोपी का पता लगाना संभव हुआ।
आरोपी शिक्षक का परिचय और घटनाक्रम
जांच में सामने आया कि आरोपी मनोज (50) एक शिक्षक हैं, जो परतापुर थाना क्षेत्र के डुंगरावली गांव के निवासी हैं। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि उसका मृतका अनीता से लंबे समय से परिचय और प्रेम संबंध था। मनोज (Manoj) की पत्नी की मृत्यु साल पहले हो गई थी, जिसके बाद उसका अनीता (Anita) से संबंध गहरा हुआ। आरोपी ने बताया कि अनीता शराब पीने की आदत रखती थी और अन्य लोगों से भी संबंध रखती थी। इसी कारण दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। घटना वाले दिन दोनों रेलवे लाइन के निकट झाड़ियों में शराब पी रहे थे, इसी दौरान कहासुनी हुई और गुस्से में आकर मनोज ने अनीता की हत्या कर दी।
पुलिस की कार्रवाई और हत्यारोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी मनोज (Monoj) को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। पूछताछ में उसने हत्या की साजिश और गुस्से में हत्या का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू को बरामद किया। घटना को प्रेम विवाद और शक से जोड़ा गया। पुलिस की तेज़ और सुनियोजित कार्रवाई के कारण चार दिनों के भीतर मामला सुलझ गया। इस गिरफ्तारी ने न केवल हत्या के रहस्य को उजागर किया बल्कि स्थानीय लोगों में सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर विश्वास भी बहाल किया। आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है और अदालत में पेश करने की प्रक्रिया जारी है।