गाज़ियाबाद नगर निगम की महापौर सुनीता दयाल इन दिनों अपने ही बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। मामला इंदिरापुरम स्थित स्वर्णजयंती पार्क का है, जहां बीते चार महीने से लाइटें बंद पड़ी हैं। इसी समस्या को लेकर एक बुजुर्ग नागरिक ने महापौर से शिकायत की थी। लेकिन शिकायत का जवाब सुनकर न केवल शिकायतकर्ता, बल्कि अब पूरा शहर हैरान है।
शिकायत और महापौर की प्रतिक्रिया

जानकारी के मुताबिक, 70 वर्षीय सीनियर सिटीजन ने स्वर्णजयंती पार्क में चार महीने से बंद पड़ी लाइटों की शिकायत महापौर सुनीता दयाल से की। लेकिन समस्या सुनने के बजाय महापौर का रवैया रूखा और तिलमिलाहट भरा रहा। उन्होंने शिकायतकर्ता से कहा – “तुम्हारा फोन ही उठा लिया, वही काफी है।” यही नहीं, उन्होंने आगे यह भी कह दिया – “पार्क जीडीए को वापस कर देते, बकवास मत करो।”
सोशल मीडिया पर चर्चा
महापौर का यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर जनता की चुनी हुई प्रतिनिधि ही इस तरह से व्यवहार करेंगी तो आम नागरिक अपनी समस्याएं किससे कहें। कई यूज़र्स ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए महापौर से सफाई की मांग की है।