गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शनिवार तड़के एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों को एक बेकाबू कार ने रौंद दिया। इस भीषण दुर्घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार, यह हादसा कार चालक को नींद की झपकी आने की वजह से हुआ।
हादसे का विवरण

घटना राकेश मार्ग पर सुबह के समय हुई, जब लोग नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। तेज रफ्तार कार, जो बुलंदशहर से गाजियाबाद की ओर आ रही थी, पहले डिवाइडर से टकराई और फिर सड़क पर मौजूद लोगों को कुचलते हुए आगे बढ़ गई। इस हादसे में 60 वर्षीय सावित्री देवी और 56 वर्षीय मीनू प्रजापति, दोनों न्यू कोट गांव की निवासी, की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, श्याम विहार कॉलोनी के निवासी विपिन शर्मा और न्यू कोट गांव के कमलेश शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान कमलेश शर्मा ने भी दम तोड़ दिया।
कार चालक की हालत गंभीर
पुलिस ने बताया कि कार चालक की पहचान नेहरू नगर निवासी मंजुल के रूप में हुई है। वह भी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मंजुल बुलंदशहर से लौट रहा था और नींद की झपकी आने के कारण उसका वाहन अनियंत्रित हो गया।
एसीपी नंदग्राम उपासना पांडे का बयान
एसीपी उपासना पांडे ने बताया, “हादसा सुबह के समय हुआ, जब कार चालक को नींद की झपकी आ गई। कार पहले डिवाइडर से टकराई और फिर मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों को कुचल दिया। चालक की हालत भी गंभीर है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है।”
परिजनों में आक्रोश और शोक
हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के परिजनों में शोक और आक्रोश का माहौल है। परिजनों ने बताया कि सावित्री देवी, मीनू प्रजापति और कमलेश शर्मा रोजाना सुबह टहलने के लिए निकलते थे। इस तरह की दुखद घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक परिजन ने रोते हुए कहा, “वे तो बस अपनी सेहत के लिए टहलने गए थे। किसे पता था कि यह सुबह उनकी जिंदगी की आखिरी सुबह होगी?”
पुलिस जांच और कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर लिया है और कार को कब्जे में ले लिया गया है। हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या चालक नशे में था या कोई अन्य कारण इस हादसे का जिम्मेदार है।
मॉर्निंग वॉक अब खतरे में?
यह हादसा मॉर्निंग वॉक करने वालों के लिए एक चेतावनी बन गया है। गाजियाबाद में सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक और तेज रफ्तार वाहनों के कारण पैदल यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़कों पर सुरक्षा उपाय बढ़ाने और तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने की मांग की है।
निष्कर्ष
यह दुखद हादसा न केवल मृतकों के परिवारों के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि समाज के लिए भी एक सबक है कि सड़क सुरक्षा और जागरूकता कितनी जरूरी है। प्रशासन और पुलिस को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।