Vasudhaiva Kutumbakam Is Our Eternal Culture : वसुधैव कुटुंबकम ही हमारी सनातन संस्कृति है : प्रांत प्रचारक कौशल

Vasudhaiva Kutumbakam Is Our Eternal Culture : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विजयादशमी से अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है, जो 2 अक्टूबर 2025 से 2026 की विजयादशमी तक चलेगा। इस अवसर पर संघ ने व्यापक कार्यक्रमों की योजना बनाई है, उक्त विचार अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशल जी ने लालगंज के सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किया है।

उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम ही हमारी सनातन संस्कृति है। बौद्धिक गोष्ठी में बोलते हुए संघ प्रचारक ने कहा कि संघ 1925 स्थापना काल से लेकर हिंदुओं को एकजुट करने और भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा कि संघ ने शताब्दी वर्ष में समाज में पंच परिवर्तन का लक्ष्य लिया है जिसमें स्वदेशी, सामाजिक सद्भाव, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन और नागरिक कर्तव्य का बोध जगाने का काम समाज के बीच किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि संघ शाखा़ओ के माध्यम से राष्ट्र भावना के लोगों को संगठित करने के साथ-साथ शारीरिक और बौद्धिक विकास पर कार्य कर रहा है। इसके पूर्व उन्होंने महर्षि वाल्मीकि और भगवान श्री राम के चित्र पर पुष्पार्चन किया और कहा कि महर्षि वाल्मीकि शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र के भी बहुत बड़े ज्ञाता थे, उन्होंने भगवान राम के युग में जन्म लिया और लव कुश को शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र में भी पारंगत किया था। जिला कार्यवाह अनंत वाजपेई ने बताया कि संघ ने नए स्वयंसेवकों को जोड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया है, जिसमें युवाओं को संघ से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है । इस अवसर पर पथ संचलन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. जिसमें स्वयं सेवकों ने पूर्ण गणवेश में अनुशासन के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम के अवसर पर जिला प्रचारक अजीत, नगर प्रचारकपुष्पम, शिव प्रकाश दीक्षित, ऊधम जायसवाल, अनूप पांडे, सुशील शुक्ला, दीपक अवस्थी, सुरेंद्र गुप्ता, नीलेश शुक्ला, राजेश सोनी, राणा गुप्ता, बृजेंद्र सिंह, जयप्रकाश सिंह, कैलाश वाजपेई, कौशलेंद्र कंचन, चंद्र प्रकाश पांडे, अजय बाबू पांडे, उमेश सिंह, समर्थ गुप्ता, श्याम दीक्षित, अवधेश सविता, बृजदेव सिंह, निर्भय सिंहआदि स्वयंसेवक मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : Doctor’s absence and negligence during delivery : डिलीवरी में डॉ की गैरमौजूदगी व लापरवाही से दो महिलाओं की निजी अस्पतालों में मौत, स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल

Other Latest News

Leave a Comment