देशभर के लाखों छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। अब किसी भी स्कूल शिक्षा बोर्ड जैसे सीबीएसई, आईसीएसई या राज्य बोर्ड से प्राप्त 10वीं और 12वीं की डिग्री को समान रूप से मान्यता मिलेगी। इन डिग्रियों को उच्च शिक्षा में दाखिले और सरकारी नौकरियों में बराबर महत्व दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। नई व्यवस्था के तहत अब एनसीईआरटी (NCERT) सभी बोर्ड की डिग्रियों की समतुल्यता तय करेगा। पहले यह जिम्मेदारी भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) के पास थी, लेकिन अब इसे एनसीईआरटी को सौंप दिया गया है।

इस कदम का उद्देश्य शिक्षा में समान अवसर सुनिश्चित करना है ताकि किसी भी छात्र को यह महसूस न हो कि उसके बोर्ड की डिग्री अन्य बोर्ड से कमजोर है। इसके लागू होने के बाद राज्य बोर्ड से पास छात्र भी सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड के छात्रों की तरह ही अवसर पा सकेंगे।
सरकार का यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है। इससे न केवल छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश के दौरान आसानी होगी बल्कि सरकारी नौकरियों में भी उन्हें बराबरी का मौका मिलेगा। इसके अलावा, छात्रों के लिए अन्य बोर्ड में ट्रांसफर लेना भी सरल हो जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय शिक्षा प्रणाली में एक बड़ा सुधार है, जो छात्रों को मानसिक संतुलन, आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धा में समान स्तर पर खड़े होने का अवसर देगा।