रिपोर्ट : नासिफ खान
पूरा मामला इंदौर जिला जेल मे मनोज जेसवाल डिप्टी जेलर द्वारा जेल मे मारपीट का मामला सामने आया है। करीब बीते 11 महीनों से बंद विचारदिन बँधी अनस खान की बेरहमी से लात धुसो से की गई पिटाई। जिससे बंदी के परायेवेट पार्ट पर गंभीर चोट आई। फिलहाल उसे ओप्रशन के लिए my हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया। जहाँ उसका ऑपरेशन किया जा रहा है। वही परिजनों द्वारा बताया गया की डॉक्टरों का कहना है कि यदि ये ओप्रशन से ठीक नहीं होता है तो अनस का प्रायवेट पार्ट निकालने की भी नौबत आ सकती है। जिससे वो भविष्य मे कभी शादी कर अपना घर नहीं बसा सकता। वही परिजनों ने विस्तार से पूरी जानकारी देते हुए बताया की अनस की माँ 17 मार्च को अपने बेटे से मुलाक़ात करने गई थी और उनके मुँह पर नकाब बंदा हुआ था। तभी जेल कर्मी उषा वहाँ पर आकर अनस की माँ को नकाब हटाकर आधार कार्ड चेक कराने को कहती है। जिस के बाद वो अपना नकाब हटाकर आधार कार्ड चेक करवाती है और फिर से नकाब बांधकर अपने बेटे से मुलाक़ात कर बात करने लग जाती है। जिसपर से बखेड़ा खड़ा करते हुए गुस्साई जेल कर्मी उषा द्वारा उनके साथ अभद्र व्यहवार कर अनस को अंदर पिटवाने की धमकी दी। जिसके 5 दिन बाद फिर से अनस की माँ मुलाक़ात करने जिला जेल पहुंची, तो उन्हें अनस से मुलाक़ात नहीं करने दी। उन्होंने जेल मे फ़ोन कर बात करना चाही, तो फोन पर भी उनकी बात नहीं कराई। फिर 29 मार्च को उनके पास फ़ोन आया की उनके बेटे अनस को ऑपरेशन के लिए my हॉस्पिटल लाया गया। तब अनस ने अपने परिजनों को उसके साथ हुई आपबीती बताई। उसे रोजे की हालत मे बेरहमी से पिटा गया और उसके प्रायवेट पार्ट पर बेल्ट से मारा, जिससे अनस को गंभीर चोटे आई। इतना मारने के बावजूद उसे सुबह 6 बजे से शाम की 6 बजे तक कड़ाके की धुप मे खड़ा रखा। आखिर क्यों की जाती है जेल मे केदियो के साथ बर्बरता? हम देख रहे है पिछले कई महीनों से जेल विभाग के एक के बाद एक घटनाओ के मामले उजागर होते नजर आ रहै है। अभी कुछ महीने पहले महू जेल से भी ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ था। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वयरल हुई थी।