रायबरेली : चौकी इंचार्ज का खनन माफियाओं से रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल

तेरा भाई ठाकुर ना होता यादव, मुसलमान, चमार होता तो कबका लाइन हाजिर हो गया होता

ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य

पुलिस अधीक्षक की निष्पक्ष कुशल व स्वच्छ कार्यशैली को कुछ पुलिस कर्मी इस तरह से बट्टा लगा रहे हैं कि इनकी कार्यशाली जग जाहिर होने पर सवालिया पुलिस नियमावली पर सवालिया निशान खड़े करती है और उच्च अधिकारियों की किरकिरी भी कराती है। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को यह वसूली बाज पुलिसकर्मी खनन माफियाओं से मिलकर अपने मंसूबों से रौंद रहे हैं। सूबे के मुखिया के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह कहना इसलिए अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ऐसे ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो कहीं ना कहीं विभाग की पोल खोलने के लिए काफी है। ऐसा ही एक ऑडियो सोशल मीडिया पर सुबह से जमकर वायरल हो रहा है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त और बड़ी-बड़ी ढींगे हांकने वाले चौकी इंचार्ज की हकीकत खोल कर रख दिया है। यही नहीं अपने साथ पूरे संबंधित अधिकारियों की चौकी इंचार्ज ऑडियो में पोल खोल दे रहे हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप सी मच गई है। दरोगा विभाग के बारे में क्या बोल गया, क्योंकि उसमें ₹10000 रुपए रिश्वत की लेने की बात चल रही है। लेने साथ विभाग के अन्य अधिकारियों को भी देने की बात कर रहा है ।

रविवार को वायरल हुए ऑडियो में भदोखर थाने के एम्स चौकी इंचार्ज समय सिंह यह कह रहे हैं कि अगर पैसों को देते तो मैं पैसा वापस कर देता तुम्हारे द्वारा जो ₹10000 दिया जाता है। उसमें सिर्फ मुझे ₹1500 ही मिलता है बाकी अन्य अधिकारियों और कर्मचारी को भी दिया जाता है। यही नहीं ऑडियो में यह भी कह रहे हैं।कि मैं पहले ही लाइन हाजिर हो गया होता, लेकिन तेरा भाई ठाकुर था यादव चमार मुसलमान होता तो कब का लाइन हाजिर हो गया होता।चौकी इंचार्ज ने कहा कि तेजा बेटा तेरे लिए मैं रात भर जागा हूं, मैंने उसको बोला था कि 1100 बजे रात में खनन करना लेकिन उसने 9:30 बजे ही खनन चालू कर दिया है। इसमें चाहे तेज हो या पुष्पेंद्र हो, यह सब सामिल हैं। तेज कह रहा है कि अब पुष्पेंद्र गाड़ियां नहीं चलनी चाहिए। इस पूरी वसूली बाजी के वायरल ऑडियो में थाना प्रभारी समेत पूर्व में चौकी इंचार्ज रहे त्रियुगी नारायण मिश्रा,का भी जिक्र किया जा रहा है। पूर्व में रहे चौकी चार्ज लक्ष्मी नारायण द्विवेदी का भी नाम सामने आया है। यही नहीं सोशल मीडिया में ऑडियो वायरल होने के बाद लोग अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। चौकी इंचार्ज समय सिंह पर एम्स हॉस्पिटल में 70 से 60 हजार रुपए लेकर एक दर्जन प्राइवेट एंबुलेंस चालवाने का भी आरोप एक एंबुलेंस चालक ने लगाया है। स्थानीय लोगों की माने तो वसूली बाज और गलीबाज दरोगा भी कहलाया जाता है। ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी नगर अमित सिंह को दी गई है और जांच कर कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।

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