Ravi Naik Death Reason: गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री रवि नाइक का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

Ravi Naik Death Reason: गोवा की राजनीति के दिग्गज रवि नाइक नहीं रहे, कार्डियक अरेस्ट से हुआ निधन

Ravi Naik Death Reason: गोवा की राजनीति को गहराई से समझने वाला एक अनुभवी चेहरा अब हमारे बीच नहीं रहा। राज्य के कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक (Ravi Naik) का अचानक कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया, जिससे राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। चार दशक से अधिक लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने गोवा की राजनीति को नई दिशा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें समर्पित लोक सेवक बताया, जिन्होंने समाज के हर तबके के लिए काम किया। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है।

कार्डियक अरेस्ट से हुआ निधन/Ravi Naik Death Reason

गोवा के कृषि मंत्री रवि नाइक (Ravi Naik) का बुधवार को अचानक कार्डियक (Sudden Cardiac) अरेस्ट से निधन हो गया। उनके परिवार ने इस दुखद खबर की पुष्टि की। नाइक लंबे समय से राजनीति में सक्रिय थे और हाल के वर्षों में गोवा सरकार में कृषि विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही राज्यभर में शोक की लहर फैल गई। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने उन्हें सच्चा जनसेवक बताते हुए श्रद्धांजलि दी। रवि नाइक का जाना न केवल बीजेपी के लिए बल्कि पूरे गोवा की राजनीतिक परंपरा के लिए एक बड़ी क्षति मानी जा रही है।

पीएम मोदी और सीएम सावंत ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर रवि नाइक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि नाइक एक समर्पित लोक सेवक और अनुभवी प्रशासक थे, जिन्होंने गोवा के विकास में अमिट योगदान दिया। मोदी ने कहा कि वे विशेष रूप से वंचित और हाशिए पर रहने वाले लोगों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित रहे। वहीं, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी ‘X’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “वरिष्ठ नेता और मंत्री रवि नाइक का निधन गोवा के लिए बड़ी क्षति है। उनके नेतृत्व, विनम्रता और सेवा भाव को हमेशा याद रखा जाएगा।” उन्होंने परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि राज्य ने एक सच्चा जनसेवक खो दिया है।

गोवा की राजनीति का बड़ा नाम: रवि नाइक का सफर

रवि नाइक (Ravi Naik) गोवा की राजनीति के उन चेहरों में से थे जिनका प्रभाव चार दशकों से अधिक समय तक बना रहा। उन्होंने 1980 के दशक में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से राजनीति की शुरुआत की थी। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए और दो बार गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री बने— पहली बार 1991 में और फिर 1994 में। कुल मिलाकर उन्होंने लगभग 850 दिनों तक मुख्यमंत्री पद संभाला। वे 1998 से 1999 तक लोकसभा सांसद भी रहे। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में नाइक ने हमेशा विकास और जनकल्याण को प्राथमिकता दी, जिससे उन्हें हर दल में सम्मान मिला।

कांग्रेस से बीजेपी तक का सफर

रवि नाइक (Ravi Naik) ने अपने राजनीतिक जीवन का बड़ा हिस्सा कांग्रेस पार्टी के साथ बिताया, लेकिन 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) के नेतृत्व वाली सरकार में कृषि मंत्री बनाया गया। पार्टी में उनके अनुभव और संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए उन्हें एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी। नाइक को उनके प्रशासनिक कौशल और जनता से सीधे जुड़ाव के लिए जाना जाता था। उन्होंने किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला।

एक विनम्र और जनप्रिय नेता की पहचान

रवि नाइक (Ravi Naik) न केवल एक अनुभवी राजनीतिज्ञ थे, बल्कि जनता से सीधे जुड़ने वाले नेता के रूप में भी जाने जाते थे। वे अक्सर जमीनी स्तर पर जाकर लोगों की समस्याएँ सुनते और समाधान निकालने की कोशिश करते थे। उनके समर्थकों का कहना है कि नाइक हमेशा विकास, शिक्षा और सामाजिक उत्थान के पक्षधर रहे। उन्होंने हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए कई पहल कीं। गोवा (Goa) की राजनीति में उनका योगदान इतना गहरा रहा कि विरोधी दलों ने भी उनके काम की सराहना की। आज उनका जाना गोवा के लिए एक युग के अंत के समान है, जहाँ एक सच्चा लोक सेवक हमेशा के लिए विदा हो गया।

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