Gujarat Ministers Resigned: गुजरात (Gujarat) की राजनीति में बुधवार रात एक अप्रत्याशित घटनाक्रम ने सबको चौंका दिया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) की अध्यक्षता में हुई एक विशेष बैठक के बाद ऐसा फैसला लिया गया जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी। सूत्रों के मुताबिक, यह निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया है और इसके पीछे रणनीतिक सोच मानी जा रही है। हालांकि अभी तक न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही भाजपा ने इस पर कोई आधिकारिक बयान दिया है। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है…
सामूहिक इस्तीफे से मचा सियासी तूफान/Gujarat Ministers Resigned
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक के बाद गुजरात मंत्रिपरिषद के सभी 16 मंत्रियों ने एक साथ अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। यह फैसला मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेताओं की मौजूदगी में लिया गया। सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय पार्टी की संगठनात्मक रणनीति के तहत हुआ है। इस्तीफों के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात कर इन त्यागपत्रों को औपचारिक रूप से सौंपेंगे।

केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश माना जा रहा कारण
पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह पूरा कदम भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उठाया गया है। गुजरात प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा (Jagdish Vishwakarma) ने मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा था। इस सामूहिक इस्तीफे के पीछे आगामी प्रशासनिक पुनर्गठन और चुनावी तैयारियों की रणनीति बताई जा रही है। माना जा रहा है कि भाजपा नए चेहरों को मौका देकर संगठन को और मजबूत करना चाहती है, ताकि अगले विधानसभा चुनाव में मजबूत स्थिति में उतर सके।
शुक्रवार को होगा नया कैबिनेट विस्तार
सूत्रों के मुताबिक, गुजरात (BJP) में नई मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार सुबह 11:30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (J.P Nadda) की मौजूदगी की भी संभावना जताई जा रही है। नए मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को जगह मिलने की उम्मीद है, जिससे पार्टी संगठन में ताजगी और संतुलन लाने का प्रयास करेगी।
आधिकारिक बयान का इंतजार
इस बड़े घटनाक्रम पर अभी तक न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही भाजपा (BJP) की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। हालांकि राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि यह कदम पार्टी के भीतर नई ऊर्जा और दिशा देने की रणनीति का हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सामूहिक इस्तीफे और कैबिनेट विस्तार का यह कदम गुजरात में भाजपा (Gujarat BJP) के संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करने की तैयारी है। आगामी दिनों में इस पर भाजपा का औपचारिक रुख सामने आने की संभावना है।










