Raebareli News : रायबरेली जनपद की डलमऊ तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा मेल्थुवा में भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। गांव के तालाब और बंजर (सार्वजनिक/चारागाह) भूमि पर जबरन कब्जा कर धान की फसल रोपने के बाद अब माफिया खुलेआम मशीनों से फसल की कटाई करा रहे हैं। यह सब कुछ जिला व तहसील प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के तहसील अध्यक्ष अजमेर सिंह ने जून 2025 से ही इस मामले की लगातार शिकायत की थी। उन्होंने उपजिलाधिकारी डलमऊ, समाधान दिवस और जिलाधिकारी रायबरेली को लिखित व मौखिक रूप से अवगत कराया कि गांव मेल्थुवा के कुछ मनबढ़ भू-माफिया तालाब व बंजर भूमि पर अवैध कब्जा कर फसल उगा रहे हैं। इसके बावजूद न तो राजस्व टीम ने मौका-मुआयना किया और न ही कोई एफआईआर दर्ज हुई।

आज दिनांक 25 नवंबर 2025 को भू-माफियाओं ने दिनदहाड़े कंबाइन हार्वेस्टर मशीनें लगाकर धान की कटाई शुरू करा दी। तहसील अध्यक्ष अजमेर सिंह ने तुरंत इसकी सूचना तहसील प्रशासन, लेखपाल, नायब तहसीलदार और एसडीएम को मोबाइल फोन पर दी, लेकिन कोई भी फोन उठाने को तैयार नहीं हुआ। अजमेर सिंह ने आरोप लगाया कि “तहसील प्रशासन के कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से डलमऊ क्षेत्र में भू-माफिया बेलगाम हो गए हैं। कहीं तालाब की जमीन पर कब्जा, कहीं चारागाह पर मकान, कहीं खलिहान की जमीन पर प्लॉटिंग — सब कुछ हो रहा है, लेकिन राजस्व विभाग केवल मूकदर्शक बना बैठा है।”
ग्रामीणों का कहना है कि तालाब व बंजर भूमि पर कब्जा होने से गांव के पशुओं के लिए चारा और लोगों के लिए पानी की गंभीर समस्या पैदा हो गई है। पिछले कई वर्षों से यह सिलसिला चल रहा है, लेकिन प्रशासनिक संरक्षण के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटे के अंदर भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई और अवैध कब्जा नहीं हटाया गया तो संगठन उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होगा। साथ ही मामले को उच्च न्यायालय तक ले जाने की भी तैयारी की जा रही है।
फिलहाल डलमऊ तहसील में सार्वजनिक व ग्राम समाज की जमीनों पर कब्जे का खेल जोरों पर है और प्रशासन की खामोशी सवाल खड़े कर रही है।










