Raebareli : बिजली बिल राहत योजना के तहत सोमवार को विद्युत उपकेंद्र परशदेपुर, पछुवाबारा और पूरे सधई मिश्र गांव में आयोजित राहत कैंपों में उपभोक्ताओं की भारी भीड़ देखी गई। कैंपों में पहुँचे ग्रामीणों को बिल सुधार, रजिस्ट्रेशन सहित अन्य बिजली संबंधी समस्याओं की जानकारी प्रदान की गई। कैंपों में सबसे बड़ी शिकायत मीटर रीडिंग न होने की सामने आई।
उपभोक्ताओं ने बताया कि महीनों बीत जाते हैं, लेकिन गांवों में मीटर रीडर नहीं पहुँचते, जिसके कारण उन्हें वास्तविक बिल की जानकारी ही नहीं मिल पाती। मनमाने तरीके से तैयार किए गए बिल उपभोक्ताओं के लिए बड़ी समस्या बन चुके हैं। जगतपुर के मो. सादिक ने बताया कि कई महीनों से मीटर रीडर उनके घर नहीं आया, जिससे उन्हें बिल की कोई जानकारी नहीं थी।

वहीं बरावा गांव की बुजुर्ग श्याम कली ने कहा, भइया, बिल निकालय कहूँ कबहू नाहीं जात, यही खातिर हमका पावर हाउस आवय का पड़त है। क्षेत्र के कई अन्य उपभोक्ताओं ने भी यही शिकायत दोहराई कि रीडिंग न होने से गलत बिल जारी किए जा रहे हैं। उपखंड अधिकारी ध्रुव कुमार जायसवाल ने बताया कि राहत कैंप का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है।
उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि अधिक से अधिक लोग पहले ही चरण में पहुंचकर योजना का लाभ उठाएँ। अवर अभियंता राजेश कुमार ने जानकारी दी कि कैंपों में कुल 30 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 8 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। इसके अलावा 15 नए रजिस्ट्रेशन भी हुए। तीनों कैंपों में मिलाकर उपभोक्ताओं द्वारा करीब 1 लाख 50 हजार रुपये जमा किए गए।










